अगरतला, 06 मार्च (हि.स.)। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी नौ मार्च को साब्रुम में एक अत्याधुनिक इंटिग्रेटेड चेकपोस्ट (आईसीपी) की आधारशिला रखेंगे। वे त्रिपुरा में सरकार के बदलाव की तीसरी सालगिरह पर एक वीडियो कॉन्फ्रेंस के जरिए आईसीपी की आधारशिला रखेंगे। लैंड पोर्ट अथॉरिटी ऑफ इंडिया ने इसकी तैयारी शुरू कर दी है। मूल रूप से साब्रुम शहर आने वाले समय में दक्षिण पूर्व एशिया का प्रवेश द्वार होगा। स्वाभाविक रूप से यहां पर सबसे आधुनिक आईसीपी स्थापित करने की योजना बनाई गई है।
अगरतला लैंड पोर्ट अथॉरिटी के प्रबंधक देबाशीष नंदी ने बताया कि नौ मार्च को साब्रुम में आईसीपी की आधारशिला रखने की तैयारी चल रही है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी वीडियो कॉन्फ्रेंस के जरिए आईसीपी की आधारशिला रखेंगे। उनके अनुसार आईसीपी इंफ्रास्ट्रक्चर के निर्माण पर 142 करोड़ रुपये खर्च होगा। इसके अलावा भूमि अधिग्रहण पर 91 करोड़ रुपये खर्च होंगे। यह लगभग 50 एकड़ भूमि पर स्थापित किया जाएगा।निकट भविष्य में साब्रुम दक्षिण पूर्व एशिया के प्रवेश द्वार के रूप में उभरने वाला है।
उन्होंने बताया कि आईसीपी में यात्रियों के लिए अत्याधुनिक टर्मिनल, आवास, सामानों को चढ़ाने और उतारने की सुविधा, सांस्कृतिक केंद्र और सभी आधुनिक सुविधाएं होंगी। यह अन्य सभी आईसीपी से अलग होगा। संयोग से बांग्लादेश को त्रिपुरा से जोड़ने के लिए 26 मार्च को साब्रुम में मैत्री पुल का उद्घाटन करने की भी संभावना है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और बांग्लादेश की प्रधानमंत्री शेख हसीना पुल का उद्घाटन करेंगी। पुल के निर्माण से साब्रुम से चिटागांग बंदरगाह की दूरी कम होकर 70 किमी हो जाएगी और इससे त्रिपुरा की कनेक्टिविटी में और सुधार होगा। पुल के बन जाने से चिटागांग बंदरगाह से बड़े-बड़े कंटेनरों के जरिए सामानों का आयात करना बहुत आसान होगा। परिणामस्वरूप त्रिपुरा सहित पूरे पूर्वोत्तर को इससे फायदा होगा