नई दिल्ली, 01 अप्रैल (हि.स.)। भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के वरिष्ठ नेता व केंद्रीय अल्पसंख्यक कार्य मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी ने केरल विधानसभा चुनाव के मद्देनजर कांग्रेस और वाम दलों पर निशाना साधते हुए कहा, “कम्युनल बैग पर सेक्युलर टैग”, “मोदी बैशिंग ब्रिगेड” का “नया पॉलिटिकल प्रयोग” है।
नकवी ने गुरुवार को केरल विधानसभा चुनाव में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) व राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) उम्मीदवारों के पक्ष में पिरावम, एट्टुमानूर, वाईकम में विभिन्न जनसभाओं को संबोधित किया और रोड शो में शामिल हुए। इस दौरान नकवी ने कहा कि भाजपा के लिए “पंथनिरपेक्षता संवैधानिक मिशन” है जबकि “छद्म सेक्युलरिस्टों” के लिए यह “वोट झपटने का टशन” है।
नकवी ने कहा कि “इंडियन यूनियन मुस्लिम लीग और जमात-ए-इस्लामी के झंडे”, “कांग्रेस और कम्युनिस्टों के एजेंडे” की “सांप्रदायिक जुगलबंदी” फिर एक बार बेनकाब हुई है। उन्होंने कहा कि असम में ऑल इंडिया यूनाइटेड डेमोक्रेटिक फ्रंट, पश्चिम बंगाल में इंडियन सेक्युलर फ्रंट और केरल में इंडियन यूनियन मुस्लिम लीग के साथ कांग्रेस ने नया “सेक्युलर सिंडिकेट” बनाया है । कांग्रेस अपनी सांप्रदायिक सियासत पर झूठी धर्मनिरपेक्षता का तड़का लगा कर वोटों के शोषण करने में माहिर रही है।
केंद्रीय मंत्री ने कहा कि मोदी सरकार की हर विकास योजना, “समावेशी सोच, सर्वस्पर्शी सशक्तिकरण के संकल्प” से भरपूर रही है जिसका लाभ समाज के सभी हिस्सों को हुआ है। “सम्मान के साथ सशक्तिकरण”, “बिना तुष्टीकरण के सशक्तिकरण” के संकल्प के साथ मोदी सरकार ने “रिफॉर्म, परफॉर्म, ट्रांसफॉर्म” की नीति के जरिये समाज के हर तबके को तरक्की का बराबर का हिस्सेदार-भागीदार बनाया है। मोदी सरकार “गांव, गरीब, किसान, नौजवान, झुग्गी-झोपड़ी के इंसान” के हितों को समर्पित सरकार है।
नकवी ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कोरोना काल को आपदा नहीं बनने दिया बल्कि “आत्मनिर्भर भारत” बनाने के एक अवसर में तब्दील कर दिया। कोरोना की चुनौतियों के दौरान 80 करोड़ लोगों को निशुल्क राशन, 41 करोड़ से अधिक जरूरतमंदों के बैंक खातों में 90 हजार करोड़ रूपए दिए गए, 8 करोड़ परिवारों को निशुल्क गैस सिलिंडर, 20 करोड़ महिलाओं के जन धन खाते में 1500 रूपए, कोरोना से लड़ने के लिए राज्यों को 17 हजार करोड़ रूपए, श्रमिक स्पेशल ट्रेनों के जरिये 60 लाख से अधिक प्रवासियों को उनके गृह राज्यों तक पहुंचाना, 20 लाख करोड़ का आत्मनिर्भर भारत पैकेज, 10 करोड़ से अधिक किसानों को किसान सम्मान निधि का लाभ आदि अभूतपूर्व कदम उठाये गए ।