ढाका, 27 मार्च (हि.स.)। बांग्लादेश के 50वें स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर पड़ोसी देश पहुंचे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के विरोध में हुए हिंसक प्रदर्शन में कम से कम चार लोगों की मौत हो गई। कट्टरपंथियों द्वारा हुए विरोध में यह घटना चटोग्राम में मदरसे के छात्रों और इस्लामी समूह के लोगों की पुलिस के साथ हुई झड़प के दौरान हुई।
चटोग्राम मेडिकल कॉलेज हॉस्पिटल के एक पुलिस अधिकारी अलाउद्दीन तालुकदार ने बताया कि इस घटना के दौरान पांच लोग घायल हो गए थे। इनमें से अस्पताल में चार लोगों की इलाज के दौरान मौत हो गई।
स्थानीय मीडिया के अनुसार इस्लामी ग्रुप हेफाजात-ए-इस्लाम के सदस्यों ने सरकारी भवनों पर पुलिस स्टेशन और लैंड ऑफिस शामिल थे। इसके बाद चटोग्राम के इथाजरी इलाके में पुलिस ने कार्रवाई की।
अधिकारियों और प्रत्यक्षदर्शी ने बताया कि ढाका की मुख्य मस्जिद के सामने प्रदर्शन करने वालों को तितर-बितर करने के लिए आंसू गैस के गोले छोड़े।
प्रदर्शनकारियों ने ट्रेन सेवा को बाधित करते हुए पूर्वी जिले ब्राह्मणबारिया में एक रेलवे स्टेशन के दफ्तरों में आग लगा दी। विरोधी मोदी की बांग्लादेश यात्रा का विरोध कर रहे थे। बांग्लादेश में प्रदर्शनकारियों ने पीएम मोदी से बांग्लोदश का दौरा नहीं करने की अपील की थी। पीएम मोदी को आमंत्रित करने के लिए शेख हसीना की भी आलोचना भी की गई।
पीएम मोदी के दौरे का विरोध कर रहे कई प्रदर्शनकारी बैतुल मोकरम मस्जिद के बाहर दोपहर में इकट्ठा हो गए। प्रत्यक्षदर्शियों ने कहा कि प्रदर्शनकारियों का एक गुट पीएम मोदी के दौरे का जमकर विरोध कर रहा था, जबकि एक गुट उन्हें रोकने की कोशिश में था। प्रदर्शनकारियों ने हिंसक झड़प करते हुए पुलिस पर पत्थरबाजी भी की। इस घटना में चार लोगों की मौत के अलावा, कम से कम 40 लोग घायल भी हुए हैं, जिन्हें इलाज के लिए ढाका मेडिकल कॉलेज हॉस्पिटल ले जाया गया है।