ध्वस्त हो गई पश्चिम के परिवार की संकल्पनाएं : आशीष चौहान
-अभाविप के दो दिवसीय अखिल भारतीय छात्रा कार्यशाला का उद्घाटन
लखनऊ, 13 मार्च (हि.स.)। स्त्री व पुरुष होना व्यक्ति के हाथ में नहीं है। भाषा, परिवेश, राज्य आदि को लेकर व्यक्ति का विरोध नहीं हो सकता है। प्रकृति प्रदत्त चीजों का विरोध नहीं किया जा सकता। पश्चिम के परिवार की संकल्पनाएं ध्वस्त हो गई हैं। उनके यहां परिवार जैसी कोई संस्था ही नहीं थी। उनके यहां पुरुष-स्त्री की ही संकल्पना है। वह परिवार की मूल भावना को तोड़ने में जुटे हुए हैं।
यह बातें शनिवार को राजधानी लखनऊ स्थित बोरा इंस्टीट्यूट में अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद द्वारा आयोजित दो दिवसीय अखिल भारतीय छात्रा कार्यशाला व बैठक के उद्घाटन सत्र को संबोधित करते हुए परिषद के राष्ट्रीय संगठन मंत्री आशीष चौहान ने कही। चौहान ने कहा कि देश भर में अभाविप की 33 लाख, 39 हजार सदस्यता हुई है। कोरोना काल व लॉकडाउन पर बोलते हुुए उन्होंने कहा कि परिसर अभी खुले नहीं हैं। इस दौरान कार्यकर्ताओं ने फोन के माध्यम से छात्र-छात्राओं से संपर्क किया। वहीं, पूर्व में अभाविप के सेल्फी विद कैंपस अभियान की सराहना करते हुए उन्होंने बताया कि इसके माध्यम से देश के कोने-कोने में स्थित कैंपसों में परिषद कार्यकर्ता पहुंचे और वहां के विद्यार्थियों से जुड़ने कार्य किये।
लेह-लद्दाख से अंडमान निकोबार तक अभाविप
संंगठन के विस्तार पर बोलते हुए उन्होंने बताया कि अभाविप का कार्य लेह लद्दाख से अंडमान निकोबार तक है। गुजरात के कच्छ में भी अभाविप का कार्य है। कृषि, मेडिकल के क्षेत्र में भी परिषद कार्य कर रही है। उन्होंने कहा कि हर क्षेत्र में छात्रा लीडरशिप का निर्माण करना है।
रजस्वला अभियान चलाया
उन्होंने कहा कि शोहदों के विरुद्ध मिशन साहसी अभियान में रिकार्ड छात्रा कार्यकर्ताओं ने सहभाग किया। दिल्ली में हाईजीन को लेकर रजस्वला अभियान चलाया गया। उन्होंने कहा कि अभाविप का लक्ष्य छात्राओं के लिए एक-दो कार्यक्रम ही आयोजित करना नहीं है, बल्कि इनमें से लीडरशिप निर्माण करना है।
फंडामेंटल चीजों पर चर्चा जरूरी, बात करनी होगी अपनी संस्कृति पर
आशीष चौहान ने कहा कि फंडामेंटल चीजों पर चर्चा करनी चाहिए। हमें अपनी संस्कृति पर बात करनी होगी। बाहरी और अपनी चीजों का तुलनात्मक अध्ययन करना होगा। उन्होंने कहा कि यह कार्यशाला आगामी वर्षों के लिए हितकारी होगी। मिशन साहसी का उदाहरण देते हुए उन्होंने आजादी के 75वें वर्षगांठ पर विशेष आयोजन पर जोर दिया।
राष्ट्रीय महामंत्री निधि त्रिपाठी ने बताया कि इस दो दिन में एक दिन कार्यशाला व दूसरे दिन संगठनात्मक चर्चा होगी। उन्होंने बताया कि इस कार्यशाला में देश भर के प्रत्येक प्रांत से कुल 132 छात्राओं ने भाग लिया है। उन्होंने कहा कि देश में हो रहे महिला विमर्श पर यहां कार्यशाला में चर्चा करेंगे। इस मौके पर इलेक्ट्रॉनिक, प्रिंट व सोशल मीडिया क तकनीकी पक्षों पर छात्राओं से संवाद करेंगे।
बिहार प्रांत मंत्री लक्ष्मी ने अपने खेतों में बोई सब्जी लॉकडाउन में किया वितरित
अखिल भारतीय छात्रा प्रमुख ममता यादव ने कहा कि कोविड-लॉकडाउन में अभाविप कार्यकर्ता सेवा कार्य में जुटे रहे। बिहार की प्रांत मंत्री लक्ष्मी ने अपने खेतों में बोई सब्जी को लॉकडाउन के समय जरूरतमंदों में वितरित कर दिया। देश के कई हिस्सों में छात्रा कार्यकर्ताओं ने इस दौरान सेनेटरी पैड भी बांटा। वहीं, रोगियों के लिए रक्तदान के कार्यक्रम भी आयोजित किए गए।
राममंदिर निर्माण शुरू होने पर खुशी
ममता यादव ने बताया कि यहां दो दिनों में स्त्री विमर्श, कैंपसों मेंं छात्रा सहभाग, इलेक्ट्रॉनिक, प्रिंट व सोशल मीडिया में अभाविप की सक्रिय भागीदारी पर चर्चा करेंगे। उन्होंने कहा कि लखनऊ में आना यानि अयोध्या का संगम। इस मौके पर राम मंदिर निर्माण शुरू होने पर खुशी जाहिर की। कार्यक्रम में व्यवस्था देख रही शाम्भवी ने बताया कि 15 मार्च को सभी छात्राएं अयोध्या में राम मंदिर दर्शन करने जाएंगी।