पिछले 30 वर्षों और डबल इंजन की सरकार के तीन वर्षों में स्पष्ट अंतर का अनुभव : प्रधान मंत्री
अगरतला, 09 मार्च (हि.स.)। त्रिपुरा में डबल इंजन की सरकार का असर दिख रहा है। पिछली सरकारों की 30 वर्षों और डबल इंजन की सरकार के गत तीन वर्षों के कार्यक्रम के दौरान स्पष्ट अंतर का अनुभव त्रिपुरा के लोगों को हो रहा है।
प्रधान मंत्री नरेन्द्र मोदी ने एक वीडियो कॉन्फ्रेंस के माध्यम से भारत और बांग्लादेश के बीच फेनी नदी पर निर्मित मैत्री सेतु का उद्घाटन करने के साथ ही आज त्रिपुरा के कई बुनियादी ढांचा से संबंधित परियोजनाओं का उद्घाटन और शिलान्यास भी किया। इस अवसर पर त्रिपुरा के राज्यपाल रमेश बैस और मुख्यमंत्री बिप्लब कुमार देव उपस्थित थे। इस कार्यक्रम में बांग्लादेश की प्रधानमंत्री शेख हसीना का वीडियो संदेश भी प्रसारित किया गया।
अपने संबोधन में प्रधान मंत्री मोदी ने कह कि पिछली सरकारों के 30 वर्ष और पिछले तीन वर्षों के ‘डबल इंजन’ की सरकार के बीच स्पष्ट अंतर का अनुभव त्रिपुरा कर रहा है। पहले के भ्रष्टाचार और कमीशन संस्कृति के स्थान पर अब लाभार्थियों के खातों में सीधे लाभ पहुंच रहा है। उन्होंने कहा कि जो कर्मचारी समय पर वेतन नहीं मिलने से परेशान थे, उन्हें 7वें वेतन आयोग के अनुसार वेतन मिल रहा है। पहली बार त्रिपुरा में एमएसपी पर किसानों से फसल खरीदी गई है जबकि पहले किसानों को अपनी फसल बेचने के लिए कई समस्याओं का सामना करना पड़ता था। उन्होंने कहा कि नए निवेश उद्योग को बंद करने के पहले की परिस्थिति अब बदल रही है। उन्होंने कहा कि पहले से अब त्रिपुरा से निर्यात पांच गुना बढ़ा है।
प्रधानमंत्री ने बताया कि पिछले 06 वर्षों में केंद्र सरकार ने त्रिपुरा के विकास के लिए सभी आवश्यकताओं का ध्यान रखा है। उन्होंने कहा कि राज्य के लिए केंद्रीय आवंटन में उल्लेखनीय वृद्धि हुई है। त्रिपुरा को 2009-14 के बीच केंद्रीय विकास योजनाओं के लिए 3500 करोड़ रुपये मिले थे, जबकि 2014-19 के बीच 12000 करोड़ रुपये से अधिक की धनराशि प्रदान की गयी है।
नरेन्द्र मोदी ने आज खासतौर पर डबल इंजन की सरकारों के लाभों का जिक्र किया। उन्होंने कहा कि जिन राज्यों में डबल इंजन की सरकार नहीं है, वहां पर गरीबों, किसानों और महिलाओं को मजबूत बनाने के लिए योजनाओं की बहुत धीमी गति से क्रियान्वयन हो रहा है। उन्होंने कहा कि त्रिपुरा को मजबूत करने के लिए डबल इंजन सरकार काम कर रही है। डबल इंजन की सरकार से होने वाले फायदे गिनाते हुए प्रधानमंत्री ने दो लाख ग्रामीण परिवारों को पाइप के जरिए पेयजल से जोड़ने, 2.5 लाख मुफ्त गैस कनेक्शन देने, त्रिपुरा के प्रत्येक गांव को खुले में शौच से मुक्त बनाने, 50 हजार गर्भवती महिलाओं को मातृ वंदना योजना का लाभ मिलने, 40 हजार गरीब परिवारों को उनके नए घर मिलने जैसे कार्यों को जनता के सामने रखा।
प्रधानमंत्री ने कहा कि पिछले तीन वर्षों में कनेक्टिविटी संबंधी बुनियादी ढांचे में जबरदस्त सुधार हुआ है। इस संबंध में अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे के लिए तेजी से काम, त्रिपुरा में इंटरनेट के लिए सी-लिंक, रेल लिंक और जलमार्ग का हवाला दिया। उन्होंने त्रिपुरा के लिए एचआईआरए विकास यानी राजमार्गों, इन्टरनेट, रेलवे और एयरवेज की बात की। मोदी ने कहा कि कनेक्टिविटी न केवल भारत और बांग्लादेश के बीच मित्रता को मजबूत कर रही है, बल्कि व्यापार की एक मजबूत कड़ी भी साबित हो रही है। उन्होंने बताया कि पूरे क्षेत्र को पूर्वोत्तर भारत और बांग्लादेश के बीच एक व्यापार गलियारे के रूप में विकसित किया जा रहा है।
प्रधान मंत्री ने जोर देकर कहा कि हाल के वर्षों में महसूस किया गया कि रेल और जल संपर्क परियोजनाएं काफी मजबूत हुई हैं। नया पुल बांग्लादेश और दक्षिण-पूर्व एशिया के साथ त्रिपुरा और दक्षिण असम, मिजोरम और मणिपुर की कनेक्टिविटी में सुधार करेगा। यह पुल बांग्लादेश में आर्थिक अवसर को भी गति देगा। प्रधान मंत्री ने पुल परियोजना के पूरा होने में सहयोग के लिए बांग्लादेश सरकार और बांग्लादेश की प्रधान मंत्री को धन्यवाद दिया। प्रधान मंत्री ने कहा कि पुल की आधारशिला उनकी बांग्लादेश यात्रा के दौरान रखी गई थी।
नरेन्द्र मोदी ने कहा कि अब लोगों को पूर्वोत्तर के लिए किसी भी तरह की आपूर्ति के लिए केवल सड़क पर निर्भर नहीं रहना पड़ेगा। उन्होंने कहा कि एक वैकल्पिक मार्ग से बांग्लादेश के चिटागांग बंदरगाह को पूर्वोत्तर से जोड़ने का प्रयास चल रहा है। सबरूम में आईसीपी गोदामों और कंटेनर ट्रांस-शिपमेंट सुविधाओं के साथ एक पूर्ण लॉजिस्टिक हब की तरह काम करेगा। उन्होंने कहा कि फेनी नदी पर इस पुल के कारण अगरतला भारत में एक अंतरराष्ट्रीय समुद्री बंदरगाह का निकटतम शहर बन जाएगा। एनएच-08 और एनएच-208 के चौड़ीकरण से संबंधित परियोजनाएं जो समर्पित थीं और जिनके लिए शिलान्यास किया गया था, वे बंदरगाह से पूर्वोत्तर की कनेक्टिविटी को मजबूत करेंगे।
प्रधानमंत्री ने कहा कि अगरतला को एक बेहतर शहर बनाने के लिए आज कई परियोजनाओं का उद्घाटन किया जा रहा है। नई एकीकृत कमान केंद्र यातायात संबंधी समस्याओं और अपराध को रोकने के लिए तकनीकी सहायता प्रदान करेगा। उन्होंने कहा, हवाई अड्डे को जोड़ने वाली चार लेन सड़क, मल्टी लेवल पार्किंग, कामर्शियल कॉम्प्लेक्स और सड़क के चौड़ीकरण से आज अगरतला में ईज ऑफ लिविंग और ईज ऑफ डूइंग बिजनेस में सुधार होगा। प्रधान मंत्री ने कहा कि दशको पुरानी ब्रू शरणार्थी समस्या को सरकार के प्रयासों के कारण हल किया गया। उन्होंने उम्मीद जताई कि 600 करोड़ रुपये का पैकेज ब्रू लोगों के जीवन में सकारात्मक बदलाव लाएगा।
मोदी ने राज्य की समृद्ध विरासत की सराहना करते हुए कहा कि महाराजा वीर बिक्रम किशोर माणिक्य के नाम से अगरतला हवाई अड्डे का नाम बदलना त्रिपुरा के विकास के लिए उनकी दृष्टि का सम्मान है। इसी प्रकार, प्रधान मंत्री ने त्रिपुरा की समृद्ध संस्कृति और साहित्य की सेवा करने वाले लोगों को सम्मानित करने के अवसर पर खुशी व्यक्त की, जैसे थंगा डार्लोंग, सत्यराम रेनग और बेनीचंद्र जमातिया शामिल हैं। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री जन धन योजना के तहत बांस आधारित स्थानीय कला को बढ़ावा दिया जा रहा है, जिससे स्थानीय जनजातियों को नए अवसर मिल रहे हैं। त्रिपुरा सरकार को तीन साल पूरे करने के लिए बधाई देते हुए, मोदी ने आशा व्यक्त की कि राज्य सरकार त्रिपुरा के लोगों की सेवा करना जारी रखेगी।