माजुली (असम), 22 मार्च (हि.स.)। नागरिकता संशोधन कानून (सीएए) को लेकर असम में कुछ दल और संगठन लगातार अपनी राजनीतिक रोटी सेंकने में जुटे हुए हैं। मुख्य विपक्षी पार्टी भी सीएए को लेकर चुनावों में इसे बड़ा मुद्दा बनाने की कोशिश करते हुए लगातार इसको प्रचारित कर रही है। कांग्रेस सीएए के मुद्दे पर पूरी तरह से बंटी हुई है लेकिन इसके बावजूद इसे चुनावी मुद्दा बनाने में जुटी हुई है। कांग्रेस बराक घाटी में सीएए का समर्थन करती है तो ब्रह्मपुत्र घाटी में इसका विरोध करती है।
इस कड़ी में असम प्रदेश भाजपा के अध्यक्ष रंजीत कुमार दास ने साफ कर दिया है कि अगर भाजपा सत्ता में पुनः आती है तो राज्य में सीएए को पूरी तरह से लागू किया जाएगा। माजुली में एक चुनावी जनसभा में हिस्सा लेने पहुंचे रंजीत दास ने मीडिया से बातचीत करते हुए कहा कि पार्टी में इस संबंध में कोई दो मत नहीं है।उन्होंने कहा कि संसद में यह कानून पारित हो गया है। इसे यहां सिर्फ क्रियान्वित करना है। कांग्रेस के सत्ता में आने पर सीएए को असम में लागू नहीं होने देने के राहुल गांधी के बयान के संबंध में रंजीत दास ने कहा कि गांधी सीएए के संबंध में कुछ भी नहीं जानते हैं, इसलिए वे इस तरह की बातें कह रहे हैं।
उन्होंने कहा कि राहुल गांधी से अधिक जानकारी भाजपा के बूथ कमेटी के कार्यकर्ताओं को है। साथ ही कहा कि सीएए का मुद्दा विधानसभा चुनाव में कोई प्रभाव नहीं डाल पाएगा। उन्होंने कहा कि सीएए को लेकर चल रहे आंदोलनों के दौरान भी भाजपा ने पंचायत और 2019 के लोकसभा चुनाव में भारी बहुमत से जीत हासिल की है। इस बार भी कुछ ऐसे ही परिणाम सामने आएंगे।