कोलकाता, 19 मार्च (हि.स.)। आंदोलन की भूमि रही सिंगूर से सीपीएम के उम्मीदवार श्रीजन का कहना है कि सिंगूर के लोगों का एकमात्र भरोसा गठबंधन पर है। सीएम ममता के विधानसभा सीट बदलने पर उन्होंने कहा कि अगर मुख्यमंत्री भवानीपुर से नंदीग्राम जा सकती हैं और उम्मीदवार बन सकती हैं, तो मैं कसबा से क्यों नहीं आ सकता? वह हिन्दुस्थान समाचार से विशेष बातचीत कर रहे थे।
सिंगूर, वाममोर्चा सरकार की विदाई का मुख्य केंद्र था। यहां प्रतिद्वंद्विता के बारे में उन्होंने कहा कि टक्कर के बारे में कोई संदेह नहीं है। दो मुख्य प्रतिद्वंद्वियों में से एक तृणमूल के बेच्चाराम मन्ना हैं। दूसरे भाजपा के उम्मीदवार दो बार के विधायक और पूर्व राज्य मंत्री रवींद्रनाथ भट्टाचार्य हैं, जिन्होंने हाल ही में तृणमूल छोड़ा है। उन्होंने कहा, “मुझे लगभग सभी से सीखना है।
श्रीजन ने कहा, “मैं अब अपने दिल से सिंगूर का आदमी हूं।” पिछले लोकसभा चुनावों में, भाजपा ने सिंगूर सहित हुगली में लगभग सभी विधानसभा क्षेत्रों में आशाजनक परिणाम दिए हैं। जमीनी स्तर भी काफी मजबूत है। आप किस आधार पर ऐसी पृष्ठभूमि में जीत का सपना देख रहे हैं? श्रीजन ने जवाब दिया, “सिक्के के दो पहलू देखें। जमीनी स्तर पर भाजपा में गुटबाजी चल रही है। लोकसभा चुनाव के लगभग दो साल बाद, लोग भाजपा के विभिन्न फैसलों और गतिविधियों से परेशान हैं। हमें इसका पूरा लाभ मिलेगा।” श्रीजन ने दावा किया कि सिंगूर के लोगों को उद्योग चाहिए और भारतीय जनता पार्टी उद्योग के खिलाफ है, इसलिए क्षेत्र में लोग भाजपा को वोट नहीं करेंगे। श्रीजन भट्टाचार्य ने कहा, “रोटी, कपड़ा और मकान। लोगों का मानना है कि हम जीवित रहने की न्यूनतम गारंटी दे सकते हैं।”
श्रीजन बमुश्किल 28 साल की उम्र के हैं। वह आगामी विधानसभा चुनावों में राज्य के युवा उम्मीदवारों में से एक हैं। वह 2015 से छात्र संगठन एसएफआई की राज्य समिति के सदस्य बने, 2018 के बाद से संगठन के राज्य सचिव, और 2019 के बाद से सीपीएम की राज्य समिति के एक आमंत्रित सदस्य हैं। भविष्य में टीम के सबसे होनहार चेहरों में से एक माने जा रहे हैं। गौरतलब है कि सिंगूर में वोटिंग 10 अप्रैल को है।
2021-03-19