नई दिल्ली, 18 मार्च (हि.स.)। कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी का केंद्र सरकार पर हमला लगातार जारी है। इस बार उन्होंने बेरोजगारी मुद्दे पर सरकार को घेरा है। उन्होंने कहा है कि केंद्र के रोजगार मिटाओ अभियान की एक और उपलब्धि है लोगों की नौकरियां छिनने के बाद पिछले नौ महीने में 71 लाख ईपीएफ खाते बंद हो गए।
कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने गुरुवार को ट्वीट कर बेरोजगारी के साथ ईपीएफ खाते बंद होने को लेकर सरकार की नीतियों और फैसलों का माखौल उड़ाया। उन्होंने ट्वीट में लिखा, ‘आपकी नौकरी गयी और ईपीएफ अकाउंट बंद करना पड़ा। केंद्र सरकार के रोज़गार मिटाओ अभियान की एक और उपलब्धि!’
अपने ट्वीट के साथ राहुल गांधी रिपोर्ट की साझा की है, जिसमें लिखा है कि कोरोना महामारी में लाखों वेतनभोगी कर्मचारियों की नौकरी गई। नौ महीने में 71 लाख ईपीएएफ खाते बंद। इस रिपोर्ट के आधार पर ही राहुल ने आरोप लगाया है कि लॉकडाउन के दौरान कितनों की नौकरी गई, जिसके उन्हें अपना ईपीएफ खाता बंद करना पड़ा।
इससे पहले भी राहुल गांधी ने बेरोजगारी के मुद्दे पर सरकार को निशाने पर लिया था। उन्होंन ट्वीट कर कहा था कि ‘विद्यार्थियों को नौकरी चाहिए लेकिन सरकार दे रही है, पुलिस के डंडे, वाटर गन की बौछार, एंटी नेशनल का टैग और बेरोजगारी।’ वहीं, सरकार से बेरोजगारी पर जवाब देने की भी मांग की थी कि ‘छात्रों के सवालों का, बेरोजगारी के इन सालों का, व्यवसायों में पड़े तालों का, आज हिसाब दो।’