हैदराबाद, 15 मार्च (हि.स.)। राज्य की महबूबनगर-रंगारे्गी-हैदराबाद स्नातक एमएलसी सीट के लिए मतदान करने के बाद पत्रकारों के सामने राज्य के गृह मंत्री मोहम्मद महमूद अली का तृणमूल कांग्रेस के उम्मीदवार को वोट देने की बात कहना भारी पड़ गया है। कांग्रेस ने उनके वोट को अवैध घोषित करने की चुनाव आयोग से मांग की है।
बताया गया कि रविवार को मतदान के दौरान राज्य के गृहमंत्री मोहम्मद महमूद अली ने पुराने शहर मलकपेट कृषि कार्यालय में बने मतदान केंद्र में वोट डाला था। वोट डालने के बाद केंद्र से बाहर मीडिया के साथ बातचीत में उन्होंने टीआरएस की उम्मीदवार वाणी देवी को वोट देने की बात कही थी। अली के इस बयान पर विपक्ष भड़क उठा। कांग्रेस ने सोमवार का एक बयान जारी कर चुनाव आयोग से मंत्री के वोट को अवैध घोषित करने की मांग है। कांग्रेस ने कहा कि चुनाव नियमों के अनुसार वोट देना गोपनीय रहना चाहिए।
कांग्रेस के प्रवक्ता दासोजू श्रवण ने महमूद अली के बयान की निंदा करते हुए कहा कि राज्य के गृहमंत्री के द्वारा इस प्रकार चुनाव आचार संहिता का उल्लंघन किया जाना ठीक नहीं है। उन्होंने चुनाव आयोग से तत्काल गृह मंत्री के वोट को रद्द करके इस संबंध में आवश्यक कार्रवाई करने की मांग की।
उधर, पीसीसी महासचिव बील्लु किशन ने इस संबंध में चादरबाट पुलिस स्टेशन में शिकायत भी की है। इस बीच प्रदेश भारतीय जनता पार्टी ने भी सत्तारूढ़ तेलंगाना राष्ट्र समिति पर लोकतंत्र की हत्या करने और लोगों को करोड़ों रुपये बांटने का आरोप लगाया है। भाजपा प्रदेश अध्यक्ष संजय ने आरोप लगाया कि टीआरएस कार्यकर्ताओं ने पुलिस के सामने ही नगदी बांटी गई है, लेकिन पुलिस मूकदर्शक बनी रही। उन्होंने बताया कि सोमवार की शाम को भाजपा का एक प्रतिनिधिमंडल राज्यपाल से भेंट करेगा।