नागपुर, 14 मार्च (हि.स.)। एक तरफ जहां केंद्र और राज्य की सरकारें वन्यजीवों की सुरक्षा और वनस्पतियों की लुप्त हो रही प्रजातियों के प्रति लोगों को जागरूक करने के लिए लगातार प्रयासरत हैं, वहीं महाराष्ट्र के नागपुर जिले के उमरेड करांडला वन्यजीव अभयारण्य में बाघिन के तीन शावकों की मौत की खबरें विचलित करने वाली हैं। रविवार सुबह उमरेड करांडला वन्यजीव अभयारण्य के प्रवेश द्वार से एक किलोमीटर की दूरी पर कॉलरवाली के नाम से मशहूर बाघिन के तीन शावक मृत पाए गए। वन विभाग के अधिकारियों के अनुसार रविवार सुबह वन विभाग की टीम जंगल में गस्त पर निकली थी। इस दौरान मुख्य प्रवेश द्वार से एक किलोमीटर की दूरी पर तीन शावक मृत पाए गए। गस्ती दल ने इस बारे में तुरंत अधिकारियों को सूचित किया। कुछ देर बाद अधिकारी घटनास्थल पर पहुंचे। फिलहाल इन शावकों के मौत की वजह पता नहीं चल पाई है। उल्लेखनीय है कि विश्वभर में वन्यजीवों की सुरक्षा तथा वनस्पतियों की लुप्त हो रही प्रजातियों के प्रति लोगों को जागरूक करने के उद्देश्य से हर वर्ष तीन मार्च को विश्व वन्यजीव दिवस मनाया जाता है। विगत तीन मार्च को केंद्रीय वन, पर्यावरण एवं जलवायु परिवर्तन मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने कहा था कि विश्व की 70 प्रतिशत बाघों की संख्या, 70 प्रतिशत एशियाई शेर और 60 प्रतिशत तेदुओं की संख्या भारत में है। सरकार वन्यजीवों के संरक्षण एवं उनकी जैव-विविधता बनाए रखने की दिशा में प्रयासरत है।
2021-03-14