हांगकांग, 10 मार्च (हि.स.)। चीन में उइगर मुस्लिमों को प्रताड़ित करने और उनको समाप्त करने के लिए कई स्तर पर साजिश रची जा रही है। इसका खुलासा वॉशिंगटन स्थित थिंक टैंक न्यूलाइंस इंस्टीट्यूट फॉर स्ट्रेटजी एंड पॉलिसी द्वारा मंगलवार को जारी रिपोर्ट में हुआ है।
चीनी सरकार शिनजियांग प्रांत में उइगर मुस्लिमों को काफी समय से प्रताड़ित किया जा रहा है। पुरुषों के साथ महिलाओं को भी तरह-तरह की यातनाएं दी जाती हैं। एक रिपोर्ट में दावा किया गया है कि चीन ने उइगरों के साथ यूनाइटेड नेशन जेनोसाइड कनवेंशन के सभी प्रोविजन्स का उल्लंघन किया है। रिपोर्ट इंटरनेशल लॉ, जेनोसाइड, वॉर क्राइम्स पर 50 से अधिक एक्सपर्ट्स द्वारा पेश की गई है।
वॉशिंगटन स्थित थिंक टैंक न्यूलाइंस इंस्टीट्यूट फॉर स्ट्रेटजी एंड पॉलिसी द्वारा मंगलवार को जारी रिपोर्ट के को-ऑथर अजीम इब्राहिम ने कहा कि चीन के खिलाफ नरसंहार के आरोप का समर्थन करने के लिए काफी सबूत हैं। इसके अलावा डिटेंशन सेंटर महिलाओं के साथ रेप, नसबंदी, ब्रेनवॉश समेत कई अमानवीय जैसी हरकतों की बात सामने आई है। एक जानकारी के मुताबिक शिनजियांग में करीब 20 लाख उइगर मुस्लिम कैद में हैं। डिटेंशन सेंटर में बंदियों के साथ कई तरह की अमानवीय घटनाएं हो रही है। यह मानव की बुनियादी अधिकारों के खिलाफ है।
हालांकि चीन उइगर मुस्लिमों के खिलाफ हो रहे अत्याचारों के आरोपों से लगातार इनकार करता रहा है। चीन के अनुसार शिनजियांग में उइगरों को बचाने के लिए उन्हें धार्मिक कट्टरता और आतंकवाद से दूर रखा जा रहा है। चीनी अधिकारियों ने नजरबंदी शिविरों को ‘व्यावसायिक प्रशिक्षण केंद्रों’ के रूप में बताया है, जो गरीबी उन्मूलन अभियान का हिस्सा हैं।