अगरतला, 26 अगस्त: विशालगढ़ में शिक्षक पर हमले की घटना के विरोध में कांग्रेस और माकपा ने प्रदर्शन किया है। भाजपा सरकार में विशालगढ़ में कानून-व्यवस्था चरमरा गई है। कांग्रेस नेताओं ने प्रतिनियुक्ति पर उप-जिला पुलिस अधिकारी से मुलाकात कर यह आरोप लगाया है।
संयोग से, कल स्कूल से घर लौट रहे शिक्षक राजेश सूर चौधरी पर विशालगढ़ उप-मंडल अस्पताल से सटी सड़क पर बदमाशों ने अंधाधुंध हमला कर दिया। वे गंभीर रूप से घायल हो गए। इस बीच, खबर मिलने पर राज्य औद्योगिक विकास निगम के अध्यक्ष नवदल बनिक ने रात में विशालगढ़ पुलिस थाने पहुँचकर असामाजिक तत्वों की गिरफ्तारी की माँग की। पूरा विशालगढ़ उप-मंडल तनाव की स्थिति में है।
आज, कांग्रेस और माकपा ने इस घटना के विरोध में प्रदर्शन किया है। भाजपा सरकार में विशालगढ़ में कानून-व्यवस्था चरमरा गई है। कांग्रेस नेताओं ने एक प्रतिनिधिमंडल के साथ उप-जिला पुलिस अधिकारी से मुलाकात कर यह आरोप लगाया है। आज पत्रकारों से रूबरू होते हुए एक कांग्रेस कार्यकर्ता ने बताया कि विशालगढ़ के एक जाने-माने शिक्षक पर कल रात अंधाधुंध हमला किया गया। वे गंभीर रूप से घायल हो गए। वर्तमान में भाजपा शासन में शिक्षकों को समाज में वह सम्मान नहीं मिल रहा जिसके वे हकदार हैं। उल्टे उन पर खुलेआम हमले हो रहे हैं। इससे साबित होता है कि विशालगढ़ में कानून-व्यवस्था और पुलिस व्यवस्था कितनी कमज़ोर हो गई है। उन्होंने आरोप लगाया कि कल रात विशालगढ़ अस्पताल में पत्रकारों पर हमला हुआ। विशालगढ़ के लोग अराजकता के माहौल में जी रहे हैं। संक्षेप में कहें तो विशालगढ़ के सभी लोग भय के साये में जी रहे हैं। इसलिए, विशालगढ़ में कानून-व्यवस्था बहाल करने के लिए वे एक प्रतिनिधिमंडल के साथ उपजिला पुलिस अधिकारी से मिले हैं।
इसके अलावा, विशालगढ़ में चल रहे विभिन्न मुद्दों पर माकपा द्वारा एक प्रेस कॉन्फ्रेंस भी की गई। एक वामपंथी नेता ने कहा कि त्रिपुरा में भाजपा सरकार ने सत्ता में आने के बाद माकपा पर हमला किया है। राज्य के विभिन्न हिस्सों में माकपा कार्यालयों में तोड़फोड़ और आगजनी की गई। पिछले कुछ दिनों में, भाजपा के गुंडों ने माकपा कार्यकर्ताओं पर हमले किए हैं। उस समय, माकपा ने कहा था कि यह हमला सिर्फ़ कम्युनिस्टों तक सीमित नहीं रहेगा, बल्कि आने वाले दिनों में पूरे राज्य पर हमला होगा। इसी दिन उन्होंने यह भी कहा था कि वर्तमान में सत्तारूढ़ दल ने नशीले पदार्थों के व्यापार से लेकर वेश्यावृत्ति तक, हर चीज़ में बढ़त बना ली है। सत्तारूढ़ दल पतन की चरम सीमा पर पहुँच गया है। अब वह अपनी ही पार्टी के सदस्यों पर हमला करने के बारे में सोचता भी नहीं है। उन्होंने दावा किया कि पूरा राज्य इसके ख़िलाफ़ एकजुट होकर लड़ने के लिए आगे आएगा।
