कांग्रेस ने 41वां एडीसी दिवस मनाया

अगरतला, 23 अगस्त: प्रदेश कांग्रेस भवन में 41वां एडीसी दिवस पूरे सम्मान के साथ मनाया गया। इस अवसर पर प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष आशीष कुमार साहा और अन्य पार्टी नेताओं व कार्यकर्ताओं ने दिवंगत प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी के चित्र पर पुष्पांजलि अर्पित कर उन्हें श्रद्धांजलि दी।

दिवंगत नेता को श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा कि इंदिरा गांधी के ऐतिहासिक निर्णय ने त्रिपुरा सहित पूर्वोत्तर भारत के चार राज्यों में स्वायत्त जिला परिषदों के गठन का मार्ग प्रशस्त किया। उन्होंने कहा कि 23 अगस्त, 1984 को तत्कालीन प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी ने संसद में संविधान में संशोधन कर छठी अनुसूचित जाति के हितों की रक्षा के लिए एक विशेष कानून बनाया था। उस संशोधन के परिणामस्वरूप त्रिपुरा जनजातीय क्षेत्र स्वायत्त जिला परिषद (टीटीएएडीसी) जैसे संगठनों का गठन हुआ। उन्होंने कहा कि यह दिन पूर्वोत्तर भारत की अनुसूचित जातियों के लिए इतिहास में विशेष महत्व रखता है। इसलिए हम हर साल इस दिन को सम्मान के साथ याद करते हैं।

इस बीच, वर्तमान सत्ताधारी दल पर निशाना साधते हुए आशीष साहा ने कहा कि भाजपा सरकार ने राज्य और केंद्र दोनों जगह अलोकतांत्रिक शासन व्यवस्था स्थापित कर दी है। एडीसी की शक्ति बढ़ाने के लिए 125वां संविधान संशोधन विधेयक लाया जाना था, लेकिन पिछले साढ़े नौ सालों में भाजपा सरकार उस विधेयक को संसद में लाना तो दूर, पारित भी नहीं करा पाई।

उन्होंने यह भी कहा, “कांग्रेस इस विधेयक को पारित कराने के लिए भविष्य में दिल्ली में आंदोलन का रास्ता अपनाएगी। प्रदेश कांग्रेस इस आंदोलन को जनता के साथ मिलकर बड़े पैमाने पर फैलाने के लिए तैयार है। इस आंदोलन में आम लोगों की भागीदारी भविष्य की लोकतांत्रिक शक्ति को मजबूत करेगी।”

कार्यक्रम में मौजूद एक कांग्रेस नेता ने कहा कि कांग्रेस हमेशा आदिवासी समुदाय के संवैधानिक अधिकारों की रक्षा के लिए उनके साथ रही है और भविष्य में भी उनके साथ रहेगी। कार्यक्रम के बाद पार्टी कार्यालय में एक सांस्कृतिक कार्यक्रम और विचार-विमर्श सभा का भी आयोजन किया गया। उनके अनुसार, एडीसी की शक्ति बढ़ाने के मुद्दे पर वे कोई समझौता नहीं करेंगे।