नई दिल्ली, 4 अगस्त: झारखंड मुक्ति मोर्चा के संस्थापक और झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री शिबू सोरेन का निधन हो गया। वह 81 वर्ष के थे और पिछले एक महीने से दिल्ली के सर गंगाराम अस्पताल में उपचाराधीन थे। उनकी तबीयत पिछले कुछ दिनों से लगातार बिगड़ रही थी। शिबू सोरेन के निधन पर राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गहरा शोक व्यक्त किया है। राष्ट्रपति मुर्मु ने एक शोक संदेश में कहा कि शिबू सोरेन का निधन सामाजिक न्याय की स्थापना के लिए एक बड़ी क्षति है। उन्होंने आदिवासी समाज और झारखंड राज्य के गठन के लिए लंबे समय तक संघर्ष किया। प्रधानमंत्री मोदी ने भी शोक व्यक्त करते हुए कहा कि शिबू सोरेन जी गरीबों और आदिवासी समाज के सशक्तिकरण के प्रति समर्पित नेता थे, जिनका योगदान हमेशा याद रखा जाएगा।
शिबू सोरेन का राजनीतिक सफर चार दशकों से भी अधिक समय तक चला। उन्होंने 1980 में दुमका से लोकसभा का चुनाव जीता और बाद में झारखंड मुक्ति मोर्चा को एक प्रमुख राजनीतिक शक्ति बनाया। उन्होंने 2000 में झारखंड राज्य के गठन में अहम भूमिका निभाई और 2005 में पहली बार झारखंड के मुख्यमंत्री बने, हालांकि बहुमत साबित करने में विफल रहने के कारण उन्हें मात्र नौ दिन बाद इस्तीफा देना पड़ा। शिबू सोरेन का निधन झारखंड की राजनीति के लिए एक बड़ी क्षति है और उनके योगदान को हमेशा याद किया जाएगा।
