भारतीय रिजर्व बैंक अपनी अंतिम द्विमासिक मौद्रिक नीति की वित्‍त वर्ष- 2022-23 के लिए समीक्षा करेगा

नई दिल्ली ८ फेरबरी: भारतीय रिजर्व बैंक आज अपनी अंतिम द्विमासिक मौद्रिक नीति की वित्‍त वर्ष- 2022-23 के लिए समीक्षा करेगा। भारतीय रिजर्व बैंक के गवर्नर शक्तिकांत दास की अध्‍यक्षता में छह सदस्‍यों की मौद्रिक नीति समिति की बैठक सोमवार को शुरू हुई थी। विचार-विमर्श के बाद आज सुबह दस बजे नीति की घोषणा की जाएगी। श्री दास दोपहर में आज एक प्रेस वार्ता को संबोधित करने वाले हैं। मुद्रा स्‍फीति से संतुलन के संकेत मिले हैं। विशेषज्ञों का मानना है कि रिजर्व बैंक रेपो दर में 25 आधार अंकों की कम बढोत्‍तरी की आज या तो घोषणा कर सकती है या दर बढ़ाने की प्रक्रिया में ठहराव ला सकती है।

पिछले वर्ष दिसम्‍बर में मौद्रिक नीति की समीक्षा में भारतीय रिजर्व बैंक ने रेपो दर में 35 आधार अंकों की वृद्धि कर इसे छह दशमलव 25 प्रतिशत कर दिया था। हालांकि पिछले वर्ष मई से रेपो दर में 225 आधार अंकों में वृद्धि हुई है। इसका उद्देश्‍य प्राथमिक रूप से मुद्रा स्‍फीति पर काबू पाना था। विदेशी कारणों, विशेष रूप से रूस-यूक्रेन के युद्ध के बाद वैश्विक आपूर्ति श्रृंखला में गतिरोध मुद्रा स्‍फीति में वृद्धि के लिए कारण हैं।