नई दिल्ली ७ फरवरी: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कल बेंगलुरु में भारत ऊर्जा सप्ताह के दौरान भारत और दुनिया भर के ऊर्जा क्षेत्र के शीर्ष नेताओं से मुलाकात की। उन्होंने तेल और गैस की खोज के लिए भारत को सबसे उपयुक्त गंतव्य बताया। बैठक के बाद पेट्रोलियम उत्पादक देशों के संगठन-ओपेक के महासचिव हैथम अल घैस ने कहा कि व्यापक चर्चा में उन्होंने प्रधानमंत्री मोदी के भारत के भविष्य दृष्टिकोण को सुना। उन्होंने कहा कि ओपेक और इसके सदस्य देश किफायती और सुलभता पूर्ण ऊर्जा सुरक्षा की भविष्य योजना पूरी करने में मदद के लिए भारत के साथ हैं। वेदांता रिसोर्सेज के अध्यक्ष अनिल अग्रवाल ने कहा कि तेल और गैस की खोज और उत्पादन के लिए भारत सबसे आकर्षक स्थल है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी के साथ मुलाकात काफी अच्छी रही।
अंतर्राष्ट्रीय ऊर्जा मंच के महासचिव जोसेफ मैकमोनिगल ने कहा कि प्रौद्योगिकी और ऊर्जा क्षेत्र में नवोन्मेष में निवेश द्वारा भारत जलवायु संकट हल करने में दुनिया की मदद कर सकता है। उन्होंने कहा कि भारत ऊर्जा सप्ताह में प्रधानमंत्री मोदी को सुनना आनन्ददायक रहा। ऊर्जा अवसंरचना कंपनी स्नाम की अध्यक्ष मोनिका डी वर्जिलिस ने कहा कि भारत ऊर्जा सप्ताह का मुख्य निष्कर्ष नई ऊर्जा की आवश्यकता, उद्योग की दृढ़ता, स्थानीय मांग और शेष विश्व के लिए भारतीय आकर्षण रहा है।
भारत ऊर्जा सप्ताह का आयोजन इस महीने की 8 तारीख तक किया जा रहा है। इसका उद्देश्य ऊर्जा गति में भारत की बढ़ती क्षमता को दर्शाना है। इसके आयोजन में पारंपरिक और गैर-पारंपरिक ऊर्जा उद्योग, सरकारें और शिक्षाविद दायित्वपूर्ण ऊर्जा संक्रमण पर साथ मिलकर विचार-विमर्श कर रहे हैं। इसमें दुनिया भर के 30 से अधिक मंत्री भाग ले रहे हैं। भविष्य की ऊर्जा चुनौतियों और अवसरों पर चर्चा के लिए 30 हज़ार से अधिक प्रतिनिधि, एक हज़ार प्रदर्शक और 500 वक्ता इसमें शामिल हो रहे हैं।