PM Narendra Modi : मप्रः शहरों को कूड़े के पहाड़ों से मुक्त करने के लिए प्रेरणा बनेगा इंदौर मॉडलः प्रधानमंत्री

भोपाल, 19 फरवरी (हि.स.)। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कहा कि शहरों को कूड़े के पहाड़ों से मुक्त करने का इंदौर मॉडल अन्य शहरों के लिए प्रेरणा बनेगा। इंदौर के देवगुराड़िया क्षेत्र में कभी कूड़े के पहाड़ थे, अब वहां 100 एकड़ की डंप साइट ग्रीन जोन में परिवर्तित हो गई है। इंदौर में गोबर-धन बायो सीएनजी प्लांट बनने से वेस्ट-टू-वेल्थ तथा सर्कुलर इकोनामी की परिकल्पना साकार हुई है। इससे भारत के स्वच्छता अभियान भाग-2 को नई ताकत मिलेगी, जिसके अंतर्गत आने वाले 2 वर्षों में देश के सभी शहरों को कूड़े के पहाड़ों से मुक्त कर ग्रीन जोन बना दिया जाएगा।

प्रधानमंत्री मोदी शनिवार दोपहर दिल्ली से वर्चुअल माध्यम से इंदौर में गोबर-धन बायो सीएनजी प्लांट का लोकार्पण कर रहे थे। उन्होंने कहा कि इंदौर शहर ने वाटर प्लस की भी उपलब्धि हासिल की है, अब यह शहर देश के अन्य शहरों को इस क्षेत्र में भी प्रेरणा देगा। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान और उनकी टीम ने बड़ा काम कर दिखाया है। इस मौके पर मप्र के राज्यपाल मंगुभाई पटेल, केंद्रीय सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्री डॉ. वीरेन्द्र कुमार, आवास एवं शहरी मामलों के राज्यमंत्री कौशल किशोर, राज्य शासन के मंत्री, सांसद, विधायक सहित जनप्रतिनिधि उपस्थित थे।

प्रधानमंत्री ने कहा कि इंदौर की बहनों ने कूड़ा प्रबंधन का अनुकरणीय उदाहरण प्रस्तुत किया है। उन्होंने कूड़े को 6 हिस्सों में अलग-अलग बांटकर उसका निस्तारण किया है। यह री-साइकिलिंग संस्कार, देश की बड़ी सेवा है। उन्होंने इंदौर के सफाइकर्मियों का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि कोरोना के मुश्किल समय में उनकी सेवा सराहनीय है। मैं दिल्ली से इंदौर के सफाइकर्मियों को प्रणाम एवं नमन करता हूं।

इंदौर की जनता ने देवी अहिल्या की प्रेरणा को आत्मसात किया

उन्होंने कहा कि इंदौर की जनता ने देवी अहिल्या की प्रेरणा को खोने नहीं दिया है। आज भी देवी अहिल्या के बताए मार्ग पर चलकर इंदौर प्रगति कर रहा है। वाराणसी के विश्वनाथ मंदिर में देवी अहिल्या की भव्य प्रतिमा हमें उनके अमूल्य योगदान की याद दिलाती है। उन्होंने कहा कि इंदौर के विकास में पूर्व सांसद सुमित्रा महाजन “ताई” का योगदान सराहनीय है। सांसद शंकर लालवानी भी उन्हीं के मार्ग पर आगे बढ़ रहे हैं।

प्रधानमंत्री ने कहा कि वेस्ट-टू-वेल्थ (कचरे से कंचन) में कचरे से गोबर-धन, गोबर-धन से स्वच्छ ईंधन, स्वच्छ ईंधन से ऊर्जा धन तथा ऊर्जा धन से जीवन धन बनेगा। इस दिशा में इंदौर शहर में किया गया कार्य पूरे देश के लिए प्रेरणादायक है। आने वाले 2 वर्षों में विभिन्न नगरों में इसी प्रकार के प्लांट बनाए जाएंगे। शहरों को स्वच्छ, प्रदूषणरहित तथा क्लीन एनर्जी युक्त बनाया जाएगा। ग्रामों में भी गोबर-धन प्लांट लगाए जा रहे हैं। स्वच्छता से पर्यटन को बढ़ावा मिलेगा तथा इससे नई अर्थ-व्यवस्था जन्म लेगी। इंदौर ने यह सब कर दिखाया है। आज भी देश-विदेश से लोग यह देखने आते हैं कि इंदौर में स्वच्छता एवं सफाई के लिए कैसे कार्य हुआ है।

मोदी ने कहा कि कोयले के कारखानों में पराली के उपयोग से किसानों को अतिरिक्त आय होगी। भारत में सौर ऊर्जा को भी अत्यधिक महत्व दिया जा रहा है। सौर ऊर्जा के उत्पादन में भारत विश्व के प्रथम पांच देशों में शामिल हो गया है। अब किसान भी सौर ऊर्जा बनाएंगे। किसान अन्नदाता के साथ ऊर्जा दाता भी बनेंगे। तकनीकी, नवाचार एवं परिश्रम से हम ग्रीन एवं क्लीन फ्यूचर सुनिश्चित करेंगे।

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