नई दिल्ली, 25 अप्रैल (हि.स.)। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कोरोना काल में एम्बुलेंस ड्राइवरों और लैब तकनीशियनों के प्रयासों की सराहना करते हुए कहा कि कोविड-19 के खिलाफ भारत की लड़ाई ऐसे लोगों के प्रयासों के बिना अधूरी होगी।
प्रधानमंत्री मोदी ने रविवार को अपने मासिक रेडियो कार्यक्रम मन की बात में कहा, डॉक्टरों और नर्सिंग स्टाफ के साथ-साथ इस समय लैब-तकनीशियन और एम्बुलेंस ड्राइवर जैसे फ्रंटलाइन वर्कर्स भी भगवान की तरह ही काम कर रहे हैं। जब कोई एम्बुलेंस किसी मरीज तक पहुंचती हैं तो उन्हें एम्बुलेंस ड्राइवर देवदूत जैसा ही लगता है। इन सबकी सेवाओं के बारे में, इनके अनुभव के बारे में, देश को जरूर जानना चाहिए।
प्रधानमंत्री ने एम्बुलेंस ड्राइवर प्रेम वर्मा से बातचीत करते हुए कहा, “प्रेम वर्मा अपने काम को, अपने कर्तव्य को, पूरे प्रेम और लगन से करते हैं।” उन्होंने कहा, प्रेम वर्मा और इन जैसे हजारों लोग आज अपना जीवन दांव पर लगाकर लोगों की सेवा कर रहे हैं। कोरोना के खिलाफ़ इस लड़ाई में जितने भी जीवन बच रहे हैं उसमें एम्बुलेंस ड्राइवरों का भी बहुत बड़ा योगदान है।
प्रेम वर्मा ने कहा, मैं कैट्स एम्बुलेंस में ड्राइवर के पद पर हूं। हमें जैसे ही कॉल आती है, हम पेशेंट के पास जाते हैं। दो साल से लगातार काम कर रहे हैं। किट, ग्लव्स, मास्क पहनकर हम उन्हें अस्पताल तक पहुंचाते हैं। पीएम द्वारा पूछे जाने पर प्रेम ने बताया कि वह कोरोना की दोनों वैक्सीन लगवा चुके हैं। उन्होंने सभी लोगों को डोज लगवाने की सलाह दी। उन्होंने कहा कि मां बार-बार उन पर नौकरी छोड़ने का दबाव बनाती हैं लेकिन वह उन्हें समझाते हैं कि नौकरी छोड़ दूंगा तो पेशेंट को कौन छोड़ने जाएगा। अभी सभी नौकरी छोड़ रहे हैं और मैं नौकरी नहीं छोड़ूंगा।