नई दिल्ली, 25 अप्रैल (हि.स.)। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने रविवार को कहा कि मुफ्त में वैक्सीन लगाने का वर्तमान कार्यक्रम आगे भी जारी रहेगा। उन्होंने राज्यों से आग्रह किया कि वह केन्द्र सरकार से मुफ्त वैक्सीन अभियान का लाभ उठाकर ज्यादा से ज्यादा लोगों तक पहुंचे।
मोदी ने अपने मासिक रेडियो कार्यक्रम ‘मन की बात’ में लोगों को कोरोना संबंधित जानकारी देने और उनकी भ्रांतियां दूर करने के लिए डॉक्टरों से बातचीत की। उन्होंने बताया कि कोरोना को लेकर वैज्ञानिक सलाह को प्राथमिकता दी जानी चाहिए, संक्रमण से खुद का बचाव करना चाहिए और जल्द से जल्द वैक्सीन लेनी चाहिए।
प्रधानमंत्री ने पहले डॉक्टर शंशाक जोशी से कोरोना के बारे में बातचीत की। उनके माध्यम से उन्होंने देशवासियों को समझाने की कोशिश की कि दूसरी लहर से घबराने की जरूरत नहीं है। उन्होंने देशवासियों को सही स्रोतों और वैज्ञानिक सलाह को प्राथमिकता देने का आग्रह किया।
इस दौरान जोशी ने प्रधानमंत्री से बातचीत में कहा कि कोरोना की दूसरी लहर तेज है, अधिक संक्रामक है पर इसमें मौतें भी कम हो रही है। उन्होंने कहा कि 80 से 90 प्रतिशत लोगों में इसके लक्षण भी नहीं आ रही है। वायरस रूप बदलता रहता है। इसको लेकर भी घबराने की जरूरत नहीं है। उन्होंने बताया कि महंगी दवाईयों के पीछे भागने की जरूरत नहीं है।
प्रधानमंत्री से बातचीत में जम्मू-कश्मीर से डॉ. नावेद नदीर शाह ने कहा कि कोरोना से केवल बचाव की कारगर उपाय है। इसके लिए कोविड उचित व्यवहार का पालन करें और वैक्सीन लें। वैक्सीन को लेकर कई गलत धारणायें सामने आ रही हैं लेकिन ऐसा कुछ नहीं है।
नर्सों से बातचीत के माध्यम से प्रधानमंत्री ने कोरोना योद्धाओं के संघर्ष, अनुभव से लोगों को परिचित कराया। साथ ही उनके माध्यम से यह भी बताया कि हमें कोरोना योद्धाओं और मरीजों के साथ उचित व्यवहार करना चाहिए। इस दौरान एम्बुलेंस ड्राइवर से भी बात की। जिन्होंने बताया कि उनकी मां नौकरी छोड़ने की बात कह रही है लेकिन उन्होंने कहा कि अगर वह यह काम नहीं करेंगे तो और कौन करेगा। प्रधानमंत्री ने उनके और उनके जैसे कई एम्बुलेंस ड्राइवरों के कार्य की सराहना की।