नई दिल्ली,30 मार्च (हि.स.)। विश्व के महानतम बल्लेबाजों में से एक ब्रायन लारा ने 22 साल पहले आज ही के दिन 30 मार्च 1999 को अपनी बेमिसाल बल्लेबाजी की बदौलत वेस्टइंडीज को ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ एक बेहद ही रोमांचक मुकाबले में 1 विकेट से जीत दिलाई थी।
ब्रिजटाउन में ऑस्ट्रेलिया और वेस्टइंडीज के बीच श्रृंखला का तीसरा टेस्ट मैच 26 मार्च से 30 मार्च तक खेला गया था। 26 मार्च को इस ऐतिहासिक मुकाबले में ऑस्ट्रेलिया के कप्तान स्टीव वॉ ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करने का निर्णय लिया। आस्ट्रेलिया ने कप्तान स्टीव वॉ की 199 और रिकी पोंटिंग की 104 रन की शतकीय पारियों की बदौलत पहली पारी में 490 रन का मजबूत स्कोर खड़ा किया।
इसके बाद वेस्टइंडीज की टीम ने अपनी पहली पारी में शेरविन कैम्पबेल की 105 रन की शतकीय पारी की बदौलत 329 रन बनाए। आस्ट्रेलिया को 161 रन की महत्वपूर्ण बढ़त हासिल हो गई। आस्ट्रेलिया की टीम काफी मजबूत लग रही थी, लेकिन दूसरी पारी में ऑस्ट्रेलिया का कोई भी बल्लेबाज अर्धशतक तक नहीं लगा सका और पूरी टीम 146 रन पर सिमट गई। इस तरह आस्ट्रेलिया की कुल बढ़त 307 रन हो गई। वेस्टइंडीज की तरफ से कर्टनी वाल्श ने 39 रन देकर सर्वाधिक 5 विकेट लिए।
इसके बाद वेस्टइंडीज की हार निश्चित नजर आने लगी थी, क्योंकि दूसरी पारी में 105 रन पर वेस्टइंडीज की आधी टीम पवैलियन लौट चुकी थी, लेकिन एक छोर पर ब्रायन लारा खड़े हुए थे। लारा ने पुछल्लें बल्लेबाजों के साथ छोटी-छोटी साझेदारी की और स्कोर को 9 विकेट पर 302 रन तक पहुंचा दिया। जीत के लिए वेस्टइंडीज को सिर्फ 6 रन चाहिए थे। ऐसे में गेंदबाज कर्टनी वाल्श ने 5 गेंदे खेली और बिना रन बनाए वह नाबाद रहे। जैसे ही लारा को मौका मिला, उन्होंने चौका जड़ दिया और वेस्टइंडीज ने 311 रन बनाकर यह मैच 1 विकेट से जीत लिया। लारा को उनकी 153 रन की नाबाद पारी के लिए मैन ऑफ दा मैच चुना गया।
2021-03-30