न्यूयॉर्क. 26 मार्च (हि.स.)। अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन चाहते हैं कि संसद आव्रजन (माइग्रेशन) सुधार पर तेजी से काम करे ताकि भारतीय डॉक्टर और दूसरे अन्य पेशेवरों को ग्रीन कार्ड देने की प्रक्रिया तेजी से शुरू की जा सके।
व्हाइट हाउस की प्रवक्ता जेन पाकी ने कहा कि राष्ट्रपति का मानना है कि आव्रजन प्रणाली में कई स्तरों पर कमियां हैं। पाकी भारतीय डॉक्टरों द्वारा संसद के बाहर किए गए प्रदर्शन के बारे में पूछे गए सवाल का जवाब दे रही थीं।
एच1बी वीजाधारकों के जीवनसाथियों और एल1वीजा जारी करने में हो रही देरी पर जब उनसे पूछा गया तो उन्होंने कहा कि यही वजह है कि हम आव्रजन सुधार पर जोर दे रहे हैं। ग्रीन कार्ड जारी करने के लिए भारतीय डॉक्टरों ने पिछले सप्ताह संसद के बाहर प्रदर्शन किया था। पिछले महीने ही डेमोक्रेटिक पार्टी से जुड़े सांसदों ने संसद में एक व्यापक आव्रजन सुधार बिल पेश किया था। इससे लाखों भारतीय आइटी पेशेवरों को फायदा होगा।
विधेयक में रोजगार आधारित ग्रीन कार्ड के लिए किसी भी देश के अनिवासियों की संख्या सीमित करने पर पूर्व में लगाई गई रोक को खत्म करने का प्रविधान है। इस विधेयक के पारित हो जाने से ग्रीन कार्ड के लिए 10 वर्ष से अधिक समय से इंतजार कर रहे लोगों को भी तत्काल वैध तरीके से देश में स्थायी निवास की अनुमति मिल जाएगी। इसकी बड़ी वजह है कि उन्हें वीजा की शर्त से छूट मिल जाएगी।