अहमदाबाद, तालाबंदी के डर से राजस्थानी लोगों ने गृह राज्य का रुख किया

 रात 9 बजे कर्फ़्यू के बाद भी बड़ी संख्या में लोग शाहीबाग में बस का इंतजार कर रहे थे- तालाबंदी के डर से लोग 3-4 दिन पहले ही राजस्थान जाने लगे
अहमदाबाद,24 मार्च (हि.स.) |  गुजरात में भी कोरोना का संक्रमण बढ़ रहा है। इसको देखते हुए कई शहरों में पहेल से अधिक कड़े प्रतिबंध लागू किए जा सकते हैं। सरकार के रुख ने  व्यापारियों के साथ-साथ होली- धुलेटी खेलने के प्रेमियों को भी निराश किया है। अहमदाबाद में धुलेंडी पर प्रतिबंधित है, इसे देखते हुए राजस्थान के बहुत से लोग अपने गृहनगर के लिए रवाना हो रहे हैं। सोमवार रात शाहीबाग क्षेत्र में ख़ानगी बस ऑपरेटर के कार्यालय पर ऐसे लोगों के जाम की स्थिति बनी हुई थी। लोगों ने बस-टिकट बुक करने के लिए अग्रिम भुगतान किया, और रात के कर्फ्यू के बावजूद, 500 से अधिक लोग इसके लिए इकट्ठा हुए। भीड़ में मास्क और सामाजिक दूरी का भी अभाव दिखाई दिया।
शहर के अधिकांश राजस्थानी लोग शाहीबाग क्षेत्र में रहते हैं और निजी बसों से राजस्थान जाना पसंद करते हैं। शहर के शाहीबाग में नमस्ते सर्किल के सामने रात को राजस्थान जाने वाले लोगों की भीड़ देखकर लगता है कि मेला लगा है। बड़ी संख्या में लोगों ने एडवांस बुकिंग करवाई थी, कुछ लोगों ने नॉन-एसी बसों के लिए 700 रुपये के बजाय 900 रुपये तक का भुगतान किया। एसी बसों के लिए 1 हजार,200 से 1हजार ,500 रुपये तक का भुगतान किया गया। नमस्ते सर्कल के आसपास 30 से अधिक यात्री बसों की लंबी कतार लगी थी।  गौरतलब है कि रात के कर्फ्यू के बाद भी लोग  9:30 बजे तक बस का इंतजार कर रहे थे।  कुछ ट्रावेल्स की बसें और उनके ऑफिस रात 9:30 बजे भी चल रहे थी। भीड़ के आगे पुलिस भी खामोश थी। पूरे देश में कोरोना के मामले फिर से बढ़ रहे हैं, जिससे लोगों में डर का माहौल है। इस बार कुछ राज्यों में होली-धुलेंडी  के उत्सव पर प्रतिबंध लगाया गया है।  गुजरात में भी लोगों को सादगी और सीमित लोगों के साथ होली-धुलेंडी मनाने के लिए कहा गया है। राज्य के कुछ गाँवों में होली-धुलेटी के दिन मेले भी लगते हैं। अहमदाबाद शहर में भी लोग पार्टी प्लॉट, गलियों और पोलो में एक साथ होली मनाते हैं। इस बार कोरोना के बढ़ते मामले को देखते हुए सभी सार्वजनिक कार्यक्रमों पर प्रतिबंध हैं। अहमदाबाद में रहने वाले राजस्थान के लोगों ने इसका जरिया खोजते हुए जल्दी ही अपने घरों को जाना  शुरू कर दिया है। इसी कारण बस अड्डों पर पहले से अधिक भीड़ देखी जा रही है। 

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