नई दिल्ली, 30 अगस्त : रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन इस साल दिसंबर में भारत का आधिकारिक दौरा करेंगे। क्रेमलिन के विदेश नीति सलाहकार यूरी उशाकोव ने कहा कि पुतिन चीनी शहर तियानजिन में शंघाई सहयोग संगठन (SCO) शिखर सम्मेलन के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ बैठक में इस यात्रा की तैयारियों पर चर्चा करेंगे।
सोमवार को तियानजिन में होने वाले एससीओ शिखर सम्मेलन के इतर मोदी और पुतिन के बीच यह महत्वपूर्ण द्विपक्षीय बैठक होगी।
यह घोषणा ऐसे समय में हुई है जब भारत और रूस के संबंध एक नए मुकाम पर पहुँच गए हैं, खासकर अमेरिका की टैरिफ नीतियों के संदर्भ में। हाल ही में, अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने भारत द्वारा रूस से तेल खरीदने के फैसले का हवाला देते हुए भारतीय उत्पादों पर टैरिफ लगाया है।
इस पृष्ठभूमि में, रूस और भारत के बीच रणनीतिक और व्यापारिक संबंधों को और गहरा करने के लिए पुतिन की आगामी यात्रा को महत्वपूर्ण माना जा रहा है।
क्रेमलिन सूत्रों के अनुसार, दिसंबर दौरे का मुख्य एजेंडा रक्षा, ऊर्जा, व्यापार, प्रौद्योगिकी और भू-राजनीति में सहयोग को मजबूत करना होगा।
विश्लेषकों का मानना है कि अमेरिका के हालिया कदम से दोनों देशों के बीच वैकल्पिक व्यापार मार्गों और गठबंधन बनाने की प्रवृत्ति बढ़ रही है। पुतिन की भारत यात्रा इसी दिशा में एक और कदम है।
