“बच्चे ही देश का भविष्य हैं, इसलिए हर व्यक्ति को उनके संरक्षण के लिए आगे आना चाहिए” : मुख्यमंत्री

अगरतला, 28 अगस्त : त्रिपुरा के मुख्यमंत्री प्रो. डॉ. माणिक साहा ने कहा कि “बच्चे ही देश का भविष्य हैं, इसलिए हर व्यक्ति को बच्चों की सुरक्षा और संरक्षण के लिए आगे आना चाहिए।” उन्होंने यह बात अगरतला स्थित प्रज्ञा भवन में आयोजित “एक दिवसीय उत्तर-पूर्वीय बाल अधिकार संरक्षण सम्मेलन” में कही।

मुख्यमंत्री ने अपने संबोधन में कहा कि केवल सरकार या किसी संस्था की नहीं, बल्कि परिवार, समाज और प्रत्येक नागरिक की सामूहिक जिम्मेदारी है कि वह बच्चों के अधिकारों की रक्षा करे। उन्होंने कहा, “बच्चे समाज की नींव होते हैं, और उनका उचित पालन-पोषण व संरक्षण देश के उज्जवल भविष्य की गारंटी देता है।”

त्रिपुरा सरकार की ओर से बच्चों के कल्याण हेतु নেও गए বিভিন্ন पहलों সম্পর্কে जानकारी देते हुए मुख्यमंत्री ने बताया कि वर्ष 2022 से 2025 के बीच राज्य में अब तक 28 बच्चों को कानूनी रूप से गोद लेकर उन्हें स्नेहमयी परिवार प्रदान किया गया है। इसके साथ ही राज्य के प्रत्येक जिले में स्पेशल जुवेनाइल पुलिस यूनिट (SJPU) को सक्रिय किया गया है, ताकि बाल सुरक्षा को और अधिक प्रभावशाली बनाया जा सके।

इस सम्मेलन में समाज कल्याण एवं समाज शिक्षा विभाग के मंत्री टिंकू राय, राष्ट्रीय बाल अधिकार संरक्षण आयोग (NCPCR) की चेयरपर्सन तृप्ति गुरहा, समाज कल्याण एवं समाज शिक्षा विभाग के सचिव तपस राय और निदेशक तपन कुमार दास भी मौजूद थे।

मुख्यमंत्री ने अंत में यह भी कहा कि समाज को बाल अधिकारों को लेकर और अधिक जागरूक হতে होगा तथा मिलकर एक ऐसा वातावरण तैयार करना होगा जहाँ हर बच्चा सुरक्षित, शिक्षित और खुशहाल जीवन जी सके।