नई दिल्ली, 22 अगस्त: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज बिहार के गया में 12,000 करोड़ रुपये की विकास परियोजनाओं के एक समूह का उद्घाटन और शिलान्यास किया। उन्होंने कहा कि केंद्र और बिहार सरकार गया के तीव्र विकास के लिए मिलकर काम कर रही हैं।
एक ही दिन में इतनी सारी परियोजनाओं के उद्घाटन और शिलान्यास का उल्लेख करते हुए, श्री मोदी ने कहा कि ये परियोजनाएँ बिजली, स्वास्थ्य सेवा और शहरी विकास सहित प्रमुख क्षेत्रों से संबंधित हैं। इससे न केवल औद्योगिक विकास को बढ़ावा मिलेगा, बल्कि रोजगार के नए अवसर भी पैदा होंगे। पिछले 11 वर्षों में अपनी सरकार की विभिन्न उपलब्धियों पर प्रकाश डालते हुए, श्री मोदी ने कहा कि देश भर में गरीबों के लिए 4 करोड़ पक्के घर बनाए गए हैं। इनमें से 38 लाख से ज़्यादा घर अकेले बिहार में बनाए गए हैं। उन्होंने कहा कि अकेले गया ज़िले में 2 लाख से ज़्यादा परिवारों को अपने पक्के घर मिल चुके हैं। प्रधानमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री आवास योजना तब तक जारी रहेगी जब तक हर गरीब को पक्का घर नहीं मिल जाता।
श्री मोदी ने कहा कि ऑपरेशन सिंदूर ने भारतीय रक्षा क्षेत्र को एक नई दिशा दिखाई है। उन्होंने कहा कि भारत की धरती पर आतंकवादी भेजने या हमला करने वालों में किसी को भी बख्शा नहीं जाएगा। श्री मोदी ने कहा कि केंद्र की एनडीए सरकार बिहार के तेज़ विकास को प्राथमिकता दे रही है। विपक्ष पर वोट बैंक की राजनीति का आरोप लगाते हुए निशाना साधते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि बिहार की जनता विपक्ष की विभाजनकारी राजनीति का करारा जवाब देगी। श्री मोदी ने आज बक्सर में एक ताप विद्युत संयंत्र का उद्घाटन किया। वहीं, उन्होंने औरंगाबाद में नबीनगर सुपर ताप विद्युत परियोजना का शिलान्यास किया।
शिक्षकों की भर्ती में बिहार सरकार की पारदर्शिता का ज़िक्र करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार बिहार के युवाओं को अपने ही राज्य में रोज़गार के ज़्यादा से ज़्यादा अवसर उपलब्ध कराने के लिए काम कर रही है। इस संदर्भ में उन्होंने प्रधानमंत्री विकासशील भारत रोज़गार योजना का भी ज़िक्र किया। इस योजना के तहत, केंद्र सरकार निजी क्षेत्र में शामिल होने वाले पहले कर्मचारी को 15,000 रुपये प्रदान करेगी।
श्री मोदी ने कहा कि सरकार का मुख्य उद्देश्य उन परियोजनाओं का काम पूरा करना है जिनका शिलान्यास किया गया है। उन्होंने गया में रेल संपर्क में सुधार का भी ज़िक्र किया। प्रधानमंत्री ने भ्रष्टाचार के मुद्दे पर भी विपक्ष पर हमला बोला। उन्होंने देश को भ्रष्टाचार से पूरी तरह मुक्त बनाने के लिए अपनी सरकार द्वारा हाल ही में लाए गए विधेयक का भी ज़िक्र किया। श्री मोदी ने यह भी सवाल उठाया कि कोई मुख्यमंत्री या मंत्री सलाखों के पीछे से भी सत्ता का आनंद कैसे ले सकता है। इसके साथ ही उन्होंने मुख्यमंत्री और अन्य मंत्रियों को कानून के दायरे में लाने की भी बात कही।
प्रधानमंत्री ने कहा कि अगर कोई सरकारी कर्मचारी 48 घंटे जेल में रहता है, तो उसकी नौकरी चली जाती है। चाहे वह ड्राइवर हो, क्लर्क हो या चपरासी, जो भी हो। लेकिन कोई मंत्री, मुख्यमंत्री या यहाँ तक कि प्रधानमंत्री जेल से सरकार कैसे चला सकता है? श्री मोदी ने अतीत के उदाहरणों का हवाला देते हुए कहा, “कुछ दिन पहले हमने देखा कि कैसे जेल में बैठकर फाइलों पर हस्ताक्षर किए जा रहे थे। कैसे जेल से सरकारी निर्देश जारी किए जा रहे थे। अगर नेता इसी तरह व्यवहार करेंगे, तो हम भ्रष्टाचार से कैसे लड़ेंगे?”
इस संदर्भ में केंद्र सरकार के विधेयक का ज़िक्र करते हुए उन्होंने कहा कि अगर प्रधानमंत्री, मुख्यमंत्री या कोई अन्य मंत्री गिरफ़्तार होता है, तो उसे 30 दिनों के भीतर ज़मानत देनी होगी। अन्यथा, उसे इस्तीफ़ा देना होगा। उन्होंने विधेयक का विरोध करने के लिए विपक्षी दलों की कड़ी आलोचना की। श्री मोदी ने कहा कि विपक्षी दलों के कुछ नेता ज़मानत पर बाहर हैं। कुछ पर भ्रष्टाचार के मामले चल रहे हैं। इसलिए, वे इस डर से विधेयक का विरोध कर रहे हैं कि अगर वे जेल गए तो उनके राजनीतिक सपने चकनाचूर हो जाएँगे।
प्रधानमंत्री ने देश और बिहार में घुसपैठियों की बढ़ती संख्या पर चिंता व्यक्त की। उन्होंने कहा कि इसके परिणामस्वरूप, बिहार के सीमावर्ती क्षेत्रों में जनसंख्या तेज़ी से बदल रही है। प्रधानमंत्री ने कहा कि घुसपैठियों को किसी भी तरह से बिहार के युवाओं से रोज़गार छीनने नहीं दिया जाएगा। उन्होंने दृढ़ता से कहा कि हर घुसपैठिए को देश से बाहर निकाला जाएगा। उन्होंने बिहार के लोगों से इस संबंध में सतर्क रहने की अपील की।
प्रधानमंत्री ने आज गया और दिल्ली के बीच अमृत भारत एक्सप्रेस को हरी झंडी दिखाई। उन्होंने बिहार में गंगा नदी पर 1.86 किलोमीटर लंबे 6-लेन पुल और राष्ट्रीय राजमार्ग संख्या 31 पर 8.15 किलोमीटर लंबी पुल परियोजना का उद्घाटन किया।
इस कार्यक्रम में बिहार के राज्यपाल श्री आरिफ मोहम्मद खान, मुख्यमंत्री श्री नीतीश कुमार, केंद्रीय मंत्री श्री राजीव रंजन सिंह, श्री जीतन राम मांझी, श्री गिरिराज सिंह, श्री चिराग पासवान और अन्य उपस्थित थे।
