बीजापुर, 18 अगस्त: छत्तीसगढ़ के बीजापुर जिले के इंद्रावती नेशनल पार्क में सोमवार सुबह हुए आईईडी विस्फोट में डिस्ट्रिक्ट रिजर्व गार्ड (डीआरजी) का एक जवान शहीद हो गया और तीन अन्य घायल हो गए। यह विस्फोट नक्सल विरोधी अभियान के दौरान हुआ।
प्रशासन के अनुसार, शहीद जवान का नाम दिनेश नाग है। अभियान के दौरान, उन्होंने गलती से एक आईईडी पर पैर रख दिया, जिससे जोरदार विस्फोट हुआ। घायल हुए तीन जवानों को सुरक्षित निकालकर इलाज के लिए ले जाया गया है और उनकी हालत खतरे से बाहर बताई गई है।
इस घटना के साथ, इस साल नक्सली हमलों में शहीद होने वाले सुरक्षाकर्मियों की संख्या 20 हो गई है, जो पिछले साल की संख्या (19) से एक ज्यादा है।
गौरतलब है कि इंद्रावती नेशनल पार्क में जनवरी, फरवरी, जून और जुलाई महीनों में हुए कई मुठभेड़ों में सुरक्षा बलों ने कम से कम 44 नक्सलियों को मार गिराया है। जुलाई में, नक्सलियों ने इसी क्षेत्र में दो ‘शिक्षा दूतों’ (संविदा शिक्षकों) की हत्या कर दी थी, जिन पर उन्हें पुलिस जासूस होने का संदेह था।
यह क्षेत्र लंबे समय से नक्सलियों के लिए एक सुरक्षित ठिकाना और प्रशिक्षण केंद्र रहा है। वे जंगल के अंदर कई प्रेशर-सेंसिटिव आईईडी लगाते हैं, ताकि सुरक्षा बलों के जवान आसानी से उनके जाल में फंस सकें।
उल्लेखनीय है कि डीआरजी एक विशेष राज्य-स्तरीय बल है, जिसमें जंगल के किनारे रहने वाले आदिवासी समुदायों के युवाओं और यहां तक कि आत्मसमर्पण कर चुके नक्सलियों को भी शामिल किया जाता है। इस बल का गठन छत्तीसगढ़ सरकार की नक्सल विरोधी रणनीति का एक रणनीतिक कदम है, जिसे प्रभावी होने के बावजूद विवादास्पद माना जाता है।
