Prime Minister : वर्षों तक सार्वजनिक परिवहन की चमक रही फीकी, अब हो रहा रेलवे का आधुनिकीकरण : प्रधानमंत्री मोदी

नई दिल्ली, 18 फरवरी (हि.स.)। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने शुक्रवार को कहा कि वर्षों से गरीब और मध्यम वर्ग के इस्तेमाल आने वाले साधनों-संसाधनों में निवेश के अभाव के चलते सार्वजनिक परिवहन की चमक फीकी रही है लेकिन अब भारत नई सोच से आगे बढ़ रहा है और रेलवे का आधुनिकीकरण कर रहा है।

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने शुक्रवार को ठाणे और दिवा को जोड़ने वाली दो अतिरिक्त रेलवे लाइनों को वीडियो कॉन्फ्रेंस के माध्यम से राष्ट्र को समर्पित किया। प्रधानमंत्री ने इस दौरान मुंबई की दो उपनगरीय रेलगाड़ियों को भी झंडी दिखाकर रवाना किया।

अपने संबोधन में प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि पहले इंफ्रास्ट्रक्चर परियोजनायें योजना और क्रियान्वयन से जुड़े तालमेल के अभाव के कारण लटकी रहती थी। ‘पीएम गतिशक्ति’ से अब राष्ट्रीय मास्टर प्लान बनाकर इन परियोजनाओं को तेजी से पूरा किया जा रहा है।

अपने संबोधन में प्रधानमंत्री ने अहमदाबाद-मुंबई हाई स्पीड रेल को मुंबई और देश की आवश्यकता बताया। उन्होंने कहा कि इससे मुंबई की क्षमता और पहचान सशक्त होगी। इस परियोजना को पूरा करना हम सभी की प्राथमिकता है।

रेलवे के आधुनिककरण से जुड़े कार्यों का जिक्र करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि गांधी नगर और भोपाल के स्टेशन अब रेलवे की पहचान बन गए हैं। 600 से ज्यादा रेलवे स्टेशन में वाईफाई की सुविधा से युक्त हैं। ‘वंदे भारत’ ट्रेनें देश की रेल को गति और आधुनिक सुविधाएं दे रही हैं। आने वाले वर्षों में 400 नई ‘वंदे भारत’ ट्रेन शुरू की जाएंगी।

उन्होंने कहा कि रेलवे को आधुनिक, सुरक्षित और सुविधाजनक बनाना सरकार की प्रमुख प्राथमिकता है। कोविड-19 भी सरकार की इस प्रतिबद्धता को कमजोर करने में नहीं कर पाई है। रेलवे ने पिछले दो सालों में माल ढुलाई के क्षेत्र में में नए रिकॉर्ड बनाए हैं।

प्रधानमंत्री ने कहा कि मुंबई महानगर में आजाद भारत की प्रगति में योगदान दिया है। अब यह महानगर आत्मनिर्भर भारत के निर्माण में भी अपने सामर्थ्य से कई गुना बढ़कर योगदान देगा। ऐसे में मुंबई को 21वीं सदी का इंफ्रास्ट्रक्चर देने के लिए सरकार का विशेष प्रयास है।

प्रधानमंत्री ने कहा कि थाने के बीच नई बनी पांचवी और छठी रेल लाइन हर मुंबईवासी के जीवन में बड़ा बदलाव लाएगी। इससे कभी न थमने वाली मुंबई की जिंदगी को और अधिक रफ्तार मिलेगी । इन नई रेल लाइनों से कई फायदे होंगे। इससे अब लोकल और एक्सप्रेस के लिए अलग-अलग लाइनें होंगी। दूसरे राज्यों से आने वाली ट्रेनों को लोकल ट्रेनों की पासिंग का इंतजार नहीं करना पड़ेगा। कल्याण से कुर्ला मेल एक्सप्रेस लाइन चलाई जाएगी।

लोकल ट्रेनों को आधुनिक सुविधाओं से युक्त करने की प्रतिबद्धता को दोहराते हुए उन्होंने कहा कि आज से सेंट्रल रेलवे लाइन पर 36 नई लोकल ट्रेन चलाई जा रही हैं। इसमें से अधिकतर वातानुकूलित ट्रेनें हैं।

कार्यक्रम में रेल मंत्री अश्वनी वैष्णव, महाराष्ट्र के राज्यपाल भगत सिंह कोश्यिारी और महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे भी उपस्थित थे।

उल्लेखनीय है कि कल्याण मध्य रेलवे का मुख्य जंक्शन है। देश के उत्तरी और दक्षिणी भाग से आने वाला यातायात कल्याण में एक साथ हो जाता है और छत्रपति शिवाजी महाराज टर्मिनस (सीएसटीएम) की ओर चला जाता है। कल्याण और सीएसटीएम के बीच चार पटरियों में से दो ट्रैक धीमी लोकल ट्रेनों के लिए और दो ट्रैक फास्ट लोकल, मेल एक्सप्रेस और मालगाड़ियों के लिए इस्तेमाल किए गए थे। उपनगरीय और लंबी दूरी की रेलगाड़ियों को अलग करने के लिए दो अतिरिक्त पटरियों की योजना बनाई गई थी।

ठाणे और दिवा को जोड़ने वाली दो अतिरिक्त रेल लाइनें लगभग 620 करोड़ रुपये की लागत से बनाई गई हैं और इसमें 1.4 किमी लंबा रेल फ्लाईओवर, 3 प्रमुख पुल, 21 छोटे पुल शामिल हैं। ये लाइनें मुंबई में उपनगरीय रेलगाड़ियों के यातायात के साथ लंबी दूरी की रेलगाड़ियों के यातायात में रुकावट को काफी हद तक दूर कर देंगी। इन लाइनों से शहर में 36 नई उपनगरीय रेलगाड़ियां भी चलाई जा सकेंगी

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