मुंबई, 28 मार्च (हि.स.)। महाराष्ट्र के गृहमंत्री अनिल देशमुख ने कहा कि उनके खिलाफ मुंबई के पूर्व पुलिस आयुक्त परमबीर सिंह के आरोपों की जांच हाईकोर्ट के सेवानिवृत्त न्यायाधीश करेंगे। यह निर्णय मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने लिया है। सेवानिवृत्त न्यायाधीश के नाम की घोषणा जल्द की जाएगी।
देशमुख ने रविवार को नागपुर में पत्रकारों से कहा कि एंटीलिया प्रकरण की जांच राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) कर रही है। इसी मामले से जुड़े मनसुख हिरेन मौत मामले की जांच भी एनआईए कर रही है। इसके बाद परमबीर सिंह ने उनपर 100 करोड़ रुपये वसूली का आरोप लगाते हुए मुख्यमंत्री को पत्र लिखा था। इसकी जानकारी मिलते ही खुद मैंने मंत्री समूह की बैठक में इस आरोप की जांच कराने की मांग की थी। अब मुख्यमंत्री ने मामले की जांच हाईकोर्ट के सेवानिवृत्त न्यायाधीश से कराने का निर्णय लिया है। इससे बहुत जल्द असलियत सामने आ जाएगी।
उल्लेखनीय है कि उद्योगपति मुकेश अंबानी के आवास एंटीलिया के पास से 25 फरवरी को संदिग्ध हालात में खड़ी स्कॉर्पियो कार मिली थी, जिसमें से जिलेटिन की 20 छड़ें बरामद की गई थीं। इसी सिलसिले में 13 मार्च की रात्रि में सचिन वाझे की गिरफ्तारी हुई थी। वाझे पर कारोबारी मनसुख हिरेन की हत्या को लेकर भी सवाल उठ रहे हैं। अंबानी के घर के पास मिली स्कॉर्पियो कार मनसुख हिरेन की ही थी। हिरेन पांच मार्च को ठाणे जिले के क्रीक में मृत पाए गए थे। मुंबई पुलिस ने 15 मार्च को सचिन वाझे को सहायक निरीक्षक पद से निलंबित कर दिया था। इसके बाद गृहमंत्री देशमुख ने परमबीर सिंह सहित कई वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों का तबादला कर दिया था। इससे आहत होकर परमबीर सिंह ने मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे को 8 पेज का पत्र भेजा था। पत्र में परमबीर सिंह ने गृहमंत्री पर पुलिस के जरिए 100 करोड़ रुपये हर महीने वसूली करवाने का आरोप लगाया था।