अगरतला, 26 मार्च (हि.स.)। कोरोना की तकनीकी सलाहकार समिति के सदस्यों ने विशेष जरूरत के बिना अन्य राज्यों की यात्रा न करने की सलाह दी है। क्योंकि, हाल के कोरोना पीड़ितों में से अधिकांश की ट्रेवेल हिस्ट्री देखी जा रही है। खासकर हाल ही में पाए गए कोरोना संक्रमण लगभग सभी को कुंभ से लैटने के सबूत मिले हैं। समिति के सदस्य डॉ तपन मजुमदार ने शुक्रवार को एक संवाददाता सम्मेलन में उपरोक्त बातें कहीं।
समिति के अध्यक्ष डॉ सुब्रत वैद्य ने कहा कि हमारे देश में कोरोना के संक्रमण में कमी आई है। हालांकि, पिछले कुछ दिनों में कोरोना का पुनरुत्थान हुआ है। इसी तरह, पिछले फरवरी में त्रिपुरा में कोरोना का एक भी मामला सामने नहीं आया था। लेकिन, अब राज्य में 40 कोरोना के मरीज हैं। उन्होंने कहा कि पिछले साल कोरोना के खिलाफ कोई निवारक उपाय नहीं था। लेकिन, अब हमारे पास वैक्सीन है। उनका दावा है कि टीकाकरण के माध्यम से कोरोना को रोकना संभव है।
माइक्रो बॉयोलॉजिस्ट डॉ तपन मजुमदार ने कहा कि कोरोना संक्रमण कम होने के साथ यात्रा करने की प्रवृत्ति बढ़ी है। नतीजतन, अब कई लोग यात्रा से लौटते समय कोरोना से संक्रमित होते हैं। उन्होंने सलाह दिया कि जो भी दूसरे राज्यों से यात्रा करके लौट रहे वे त्रिपुरा में कोरोना का टेस्ट कराएं। उस स्थिति में, संक्रमण फैलने की संभावना कम होगी। उन्होंने कहा कि हाल ही में कुंभ से लौटे कई लोगों में कोरोना संक्रमण पाया गया है। यह स्पष्ट है कि वे यात्रा करते समय संक्रमित हो गए थे।
पिछले साल की कोरोना की स्थिति की समीक्षा करते हुए उन्होंने कहा, पिछले साल जब कोरोना दुनिया भर में तबाही मचा रहा था, हमारे देश में संक्रमण दर कम थी। इसी तरह, त्रिपुरा में संक्रमण कम था जबकि कोरोना ने देश के अन्य हिस्सों में घातक रूप ले लिया था। हालांकि, बाद में त्रिपुरा में भी कोरोना के प्रकोप ने घातक रूप लिया था। उन्होंने आशंका जताई कि अगर कोरोना की दूसरी लहर त्रिपुरा में आती है, तो संक्रमण की दर अगले दो महीनों में बढ़ जाएगी। इसलिए, कोरोना के परीक्षण पर जोर दिया जाना चाहिए। उनके अनुसार, हाल ही में कोरोना नमूनों के परीक्षण में लापरवाही देखी गई है। इतना ही नहीं, कई लोगों ने मास्क पहनने, सामाजिक दूरी बनाए रखने और कोरोना से बचने के लिए हाथ धोने की आदत छोड़ दिया है। उन्होंने चिंता व्यक्त करते हुए कहा, इस लापरवाही से आने वाले दिनों में खतरा बहुत बढ़ सकता है।
उन्होंने सलाह दिया कि कोरोना के टीकाकरण में सभी को सहजता से आगे आना चाहिए। उन्होंने जोर देते हुए कहा हालांकि, कोरोना वायरस संक्रमण से बचा नहीं जा सकता है लेकिन संक्रमण का स्तर गंभीर नहीं होगा। उन्होंने कहा कि टीकाकरण के बाद मास्क पहनना, सामाजिक दूरी बनाए रखना और हाथ धोने की आदत शुरू करने से कोरोना की भयावहता से काफी हद तक बचा जा सकेगा। उन्होंने त्रिपुरा के लोगों से अपील की कि वे विशेष जरूरतों के बिना अन्य राज्यों में यात्रा न करें। यदि आपको अन्य राज्यों में जाने की आवश्यकता है, तो वापस आएं और कोरोना का टेस्ट कराएं। यही बात बाल रोग विशेषज्ञ डॉ संजीव देववर्मा ने भी कही। उन्होंने सबसे अनुरोध किया कि कुछ समय के लिए अनावश्यक यात्रा से बचें। अपने आपको सुरक्षित रखें और कोरोना को नियंत्रित रखने में मदद करें।