कोलकाता, 25 मार्च (हि. स.)। पश्चिम बंगाल का चुनावी समर बेहद दिलचस्प हो चला है। भारतीय जनता पार्टी 200 से अधिक सीटें जीतकर सरकार गठन करने का लक्ष्य लेकर चल रही है तो ममता बनर्जी की पार्टी भी लगातार तीसरी बार सरकार गठन की कवायद में जुटी हुई है। राज्य की 294 विधानसभा सीटों में से कोलकाता का कसबा विधानसभा क्षेत्र हिंदू मुस्लिम आबादी का मिलाजुला क्षेत्र है और यहां ममता बनर्जी ने अपने कैबिनेट के मंत्री जावेद खान को उम्मीदवार बनाया है। यहां 10 अप्रैल को मतदान है।
राज्य के आपदा प्रबंधन मंत्री रहे जावेद ने पिछले जुम्मे को ही नामांकन दाखिल किया है और पूरे क्षेत्र में प्रचार-प्रसार कर रहे हैं। राज्य में लगातार मजबूत होती जा रही भाजपा और माकपा कांग्रेस गठबंधन से मिलने वाली चुनौतियों के बारे में पूछे गए सवाल के जवाब में खान ने “हिन्दुस्थान समाचार” को बताया कि वह अपनी जीत को लेकर 200 फीसदी आश्वस्त हैं। चुनावी संभावनाओं को लेकर “हिंदुस्थान समाचार” संवाददाता ओम प्रकाश सिंह ने जावेद खान से बातचीत की। पेश है बातचीत के विशेष अंश :-
प्रश्न : इस बार भारतीय जनता पार्टी से आपको कितनी चुनौती मिलेगी और आप अपनी जीत को लेकर कितने आश्वस्त हैं?
उत्तर : मैं अपनी जीत को लेकर 200 फ़ीसदी आश्वस्त हूं। मेरे इलाके में भारतीय जनता पार्टी या दूसरी कोई भी पार्टी मेरे लिए कोई चुनौती नहीं है। पिछले 10 सालों के दौरान ममता बनर्जी के आशीर्वाद से मैंने क्षेत्र में काम किया है। कोरोना संकट हो अथवा चक्रवात हो, लोगों की हर एक जरूरतें पूरी की गई हैं। सड़क से लेकर शिक्षा, तक जलापूर्ति से लेकर बिजली आदि आपूर्ति बिल्कुल अप टू डेट रही है। यह मैं नहीं कहता बल्कि इलाके में मेरा काम बोलता है। इसलिए यहां के लोग निश्चित तौर पर मुझे चुनेंगे यह भरोसा है।
प्रश्न : क्या इस बार बंगाल में भाजपा की सरकार बन सकती है?
उत्तर : पश्चिम बंगाल में भाजपा की सरकार कभी नहीं बनेगी। इसकी वजह यह है कि भाजपा “फूट डालो और राज करो” की नीति पर चलती है। बंगाल के लोग लोकतंत्र प्रेमी हैं। लोग एक-दूसरे के साथ भाईचारे से रहते हैं लेकिन भाजपा जहां-जहां है वहां अल्पसंख्यकों दलितों पर अत्याचार होते हैं। जहां भी यह पार्टी सरकार में आई है वहां विकास पीछे चला गया है और सांप्रदायिकता चरम पर है। बंगाल इसे कभी स्वीकार नहीं करेगा।
प्रश्न : आपको क्या लगता है, इस बार ममता बनर्जी की सरकार हैट्रिक करेगी?
उत्तर : बिल्कुल करेगी। यह ममता बनर्जी की ताकत है कि भाजपा ने अपनी पूरी शक्ति बंगाल में झोंकनी पड रही है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आ रहे हैं, गृहमंत्री अमित शाह आ रहे हैं, राजनाथ सिंह आ रहे हैं, जेपी नड्डा आ रहे हैं। भाजपा के बड़े से बड़े नेता एक अकेली महिला के खिलाफ मैदान में उतर गए हैं। यह इस बात का संकेत है कि यहां लड़ाई कितनी टफ है और वे जीतने वाले नहीं हैं। बंगाल देवी की भूमि है और यहां ममता की जीत होगी।
प्रश्न : नंदीग्राम सीट इस बार ममता बनर्जी के लिए कितनी चुनौतीपूर्ण है? आपको क्या लगता है शुभेंदु अधिकारी सीएम के लिए परेशानी का सबब बनेंगे?
उत्तर : नंदीग्राम हो या पश्चिम बंगाल का कोई भी विधानसभा क्षेत्र ममता बनर्जी के लिए कोई भी सीट चुनौतीपूर्ण नहीं है। वह राज्य की अविवादित लोकप्रिय नेत्री हैं और किसी भी विधानसभा क्षेत्र से चुनाव लड़कर वह जीत सकती हैं। भाजपा का कोई भी नेता उन्हें नहीं हरा सकेगा। इस बार भी ममता बनर्जी मुख्यमंत्री बनेंगी।
प्रश्न : आपको ऐसा क्यों लगता है कि बंगाल में भाजपा सरकार गठन नहीं कर सकेगी? आपकी पार्टी के नेता मंत्री विधायक सांसद भाजपा में जा रहे हैं।
उत्तर : भाजपा में सिर्फ वे नेता गए हैं जिन्हें पार्टी ने टिकट नहीं दिया। जो भीतर घात में जुटे हुए थे और उन्हें पता था कि हमारी पार्टी उन्हें महत्व नहीं देगी। वे लोभी लोग हैं और ऐसे लोग जिस पार्टी में जाते हैं उसे ही नुकसान पहुंचाते हैं। भाजपा के यहां नहीं जीतने का सबसे बड़ा कारण यह है कि देश में महंगाई तेजी से बढ़ रही है। पूरी दुनिया में पेट्रोलियम उत्पाद की कीमत कम है जबकि भारत में यह बढ़कर दो गुना के करीब पहुंच गया है। 2014 में जो कीमत रसोई गैस सिलेंडर की थी आज उससे लगभग दोगुना (900 रुपये) देना पड़ रहा है। महिलाएं परेशान हैं। डीजल पेट्रोल की कीमतें अनियंत्रित हैं। देश भर में अव्यवस्था फैली हुई है। महिलाओं पर अत्याचार हो रहे हैं। जहां जहां भाजपा की सरकारें हैं वहां पर स्थिति बदहाल है और बंगाल के लोग इससे भली-भांति वाकिफ हैं। इसलिए इस बार भी बंगाल में ममता बनर्जी की सरकार बनेगी। भाजपा को कोई लाभ होने वाला नहीं है।
2021-03-25