इतिहास के पन्नों मेंः 23 मार्च

नई दिल्ली, 23 मार्च (हि.स.)। यह तारीख देश-दुनिया की कई अहम घटनाओं की साक्षी है। इनमें भगत सिंह और उनके दो साथी सुखदेव और राजगुरु को फांसी, सर्वाधिक प्रमुख घटना के रूप में दर्ज है। इन महान क्रांतिकारियों की याद में `शहीद दिवस’ मनाया जाता है। इसके अतिरिक्त प्रखर समाजवादी नेता डॉ. राममनोहर लोहिया का जन्म आज के दिन ही हुआ था। अंतरराष्ट्रीय घटनाओं में आज के दिन ही 1956 में पाकिस्तान पहला इस्लामिक गणतंत्र देश बना।
शहीद दिवसः भगत सिंह और उनके सहयोगी बटुकेश्वर दत्त ने 8 अप्रैल 1929 को सेंट्रल असेंबली में बम फेंकने के बाद अपनी गिरफ्तारी दे दी। तकरीबन दो साल की जेल के बाद 23 मार्च 1931 को ब्रिटिश हुकूमत ने लाहौर षड्यंत्र के आरोप में भगत सिंह को राजगुरु और सुखदेव के साथ लाहौर में फांसी दी। फांसी की तारीख 24 मार्च तय की गयी थी लेकिन इन तीनों को फांसी की सजा सुनाए जाने से भड़की जनता के गुस्से से भयभीत ब्रिटिश सरकार ने फांसी का दिन और समय बदलकर एकदिन पहले ही सजा दे दी। इनकी याद में 23 मार्च शहीद दिवस के रूप में मनाया जाता है।
अन्य प्रमुख घटनाएंः
1880- भारतीय स्वतंत्रता संग्राम कार्यकर्ता बसंती देवी का जन्म।1910- स्वतंत्रता सेनानी और प्रखर समाजवादी नेता डॉ. राममनोहर लोहिया का उत्तर प्रदेश के फैजाबाद में जन्म।1940- मुस्लिम लीग ने पाकिस्तान प्रस्ताव को मंजूरी दी।1956- पाकिस्तान दुनिया का पहला इस्लामिक गणतंत्र देश बना।1996- ताइवान में पहला प्रत्यक्ष राष्ट्रपति चुनाव हुआ, जिसमें ली तेंग हुई राष्ट्रपति बने।2012- मास्टर ब्लास्टर सचिन तेंदुलकर अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में 100 शतकों का कीर्तिमान बनाने वाले पहले क्रिकेटर बने।

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