नई दिल्ली, 23 मार्च (हि.स.)। संयुक्त किसान मोर्चा ने दिल्ली की सीमाओं पर चल रहे किसान आंदोलन के दौरान मंगलवार को शहीदी दिवस मनाया। बीते 118 दिनों से जारी इस आंदोलन में किसानों का अलग रूप देखने को मिला। यहां शहीदे आजम भगत सिंह, राजगुरु और सुखदेव के बलिदान को याद करते हुए ‘शहीदी दिवस’ मनाया गया। इस दौरान सभी किसानों ने पीली पगड़ी पहनकर तीनों शहीदों को याद किया और कृषि कानूनों के विरोध में नारेबाजी की।
भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय प्रवक्ता चौधरी राकेश टिकैत ने कहा कि आजादी के मतवाले सरदार भगत सिंह को उनकी प्यारी पीली पगड़ी पहनकर याद किया जा रहा है। इसलिए सभी राज्यों के युवा किसान पीली पगड़ी पहनकर प्रदर्शन स्थल पहुंचे।
उन्होंने कहा कि अंग्रेजी हुकूमत के जुल्मों से लड़ते हुए सरदार भगत सिंह ने कहा था कि लोगों को कुचलकर भी आप उनके विचारों को नहीं मार सकते। उन्होंने कहा कि सरदार भगत सिंह की बात आज भी प्रासंगिक है। सरकार किसानों को हर तरह से परेशान कर रही है लेकिन किसान भगत सिंह के बताए रस्ते पर चल रहे हैं वो हार नहीं मानेंगे।
उल्लेखनीय है कि कुछ युवा किसान शहीदों से जुड़े ऐतिहासिक स्थान जैसे सुनाम, खटकड़कलां, श्री आनंदपुर साहिब, श्री फतेहगढ़ साहिब, सराभा, जलियावाला बाग, हुसैनीवाला, श्री चमकौर साहिब की मिट्टी लेकर सिंघु व टीकरी बॉर्डर पर पहुंचे। यहां संयुक्त किसान मोर्चे ने इनका स्वागत किया।