अगरतला, 19 मार्च (हि.स.)। वित्त मंत्री और उपमुख्यमंत्री जिष्णु देववर्मन ने शुक्रवार को त्रिपुरा विधानसभा में वित्त वर्ष 2021-22 का बजट पेश किया। उन्होंने 22724 करोड़ 50 लाख रुपये का बजट सदन में पेश किया है। पिछले वित्तीय वर्ष की तुलना में इसमें 118.09 फीसद की वृद्धि हुई है। इसमें 773 करोड़ 43 लाख रुपये का वित्तीय घाटा है।
वित्त मंत्री के अनुसार वित्त वर्ष 2021-22 के लिए विकासोन्मुखी बजट पेश किया गया है। इसमें पर्यटन, सूचना और प्रौद्योगिकी, कृषि, स्वास्थ्य और शिक्षा समेत अन्य क्षेत्र को सर्वोच्च प्राथमिकता दी गई है। उन्होंने कहा कि बजट में कोई नया टैक्स नहीं लगाया गया है।
विधानसभा में बजट पेश करने के बाद वित्त मंत्री ने एक संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए बताया कि 2020 पूरा साल विभिन्न समस्याओं के बीच गुजरा है। कोरोना के प्रकोप का अर्थव्यवस्था पर विनाशकारी प्रभाव पड़ा है। नतीजतन, यह सुनिश्चित करने के उद्देश्य से 2021-22 वित्तीय वर्ष के लिए बजट तैयार किया गया है कि पैसा लोगों तक पहुंचे।
उन्होंने कहा कि बजट में ग्रामीण अर्थव्यवस्था को मजबूत करने पर जोर दिया गया है। वित्त मंत्री ने कहा कि त्रिपुरा के विकास को गति देने के लिए कई परियोजनाओं की घोषणा की गई है। इसमें जैविक कृषि को बढ़ावा देने के लिए मुख्यमंत्री स्व-निर्भर परिवार योजना, राष्ट्रीय कानून विश्वविद्यालय, जैव-ग्राम, आदिवासी संस्कृति और संगीत के संरक्षण और संवर्धन, 10 मोबाइल प्लेनेटोरियम, पुष्पबंता पैलेस को राष्ट्रीय आधुनिक आर्ट गैलरी के रूप में स्थापित करना शामिल है।
उन्होंने कहा कि मुंबई के खड़ग क्षेत्र में नए त्रिपुरा भवन का निर्माण, प्रत्येक कार्यालय के लिए विशिष्ट भवन का निर्माण, नए पुलिस प्रमुख कार्यालय भवन का निर्माण, मुख्यमंत्री पुष्प उद्यान परियोजना, मुख्य समाजवादियों के लिए 2000 रुपये मासिक मानदेय और सीएम रबर मिशन की स्थापना के लिए बजट में धन आवंटित किया गया है।