लगभग नौ हजार एकड़ कृषि भूमि में सिंचाई की सुविधा निर्मित
रायपुर, 19 मार्च (हि.स.) । छत्तीसगढ़ सरकार की महत्वाकांक्षी ’नरवा विकास’ योजना के तहत वन एवं जलवायु परिवर्तन विभाग द्वारा बलौदाबाजार वनमंडल के सोनाखान परिक्षेत्र में स्थित बगबुड़ा नाला में पाकर घाट डायवर्सन का निर्माण किया गया। इसका निर्माण सोनाखान वनांचल के किसानों के लिए वरदान साबित हो रहा है। कैम्पा मद के अंतर्गत दो करोड़ 58 लाख रुपये की लागत से निर्मित पाकर घाट डायवर्सन से लगभग 15 गांवों के लोग लाभान्वित होने लगे हैं और वहां नौ हजार एकड़ से अधिक कृषि भूमि में सिंचाई की सुविधा उपलब्ध हुई है।
कैम्पा के मुख्य कार्यपालन अधिकारी व्ही.श्रीनिवास राव ने बताया कि वनांचल में सोनाखान परिक्षेत्र के अंतर्गत ग्राम भरका से तीन किलोमीटर की दूरी पर बगबुड़ा नाला में पाकर घाट डायवर्सन का निर्माण किया गया है, जिसकी चैड़ाई 27 मीटर तथा ऊंचाई पांच मीटर है। इसके निर्माण से कसडोल क्षेत्र के आसपास के भू-जल स्तर में काफी सुधार हुआ है। पाकर घाट के डायवर्सन के निर्माण के बाद यहां स्थल पर 865 मीटर तक पांच हेक्टेयर क्षेत्र में तीन लाख 31 हजार 100 क्यूसेक मीटर पानी का भराव था, जिसे सिंचाई तथा वन्यप्राणियों के लिए सुरक्षित रख पाना संभव हुआ।
इसके अलावा वर्षा ऋतु के समय वर्षा का अंतराल बढ़ जाने के कारण खरीफ फसल में लगभग तीन हजार 200 एकड़ कृषि भूमि में इस डायवर्सन के माध्यम से सिंचाई का कार्य किया गया। इस संबंध में वनमण्डलाधिकारी बलौदाबाजार के.आर. बढ़ई ने बताया कि पाकर घाट डायवर्सन से सोनाखान वन परिक्षेत्र के मालीडीह, बम्हनी, टेमरी, कोसमसरा, सेमरिया, खर्वे, कसडोल, धौराभाठा, दर्रा, नवापारा, नारायणपुर, खरहा तथा चकरवाय आदि गांवों में सिंचाई सुविधा का विस्तार हुआ है। इससे नौ हजार 32 एकड़ कृषि भूमि में सिंचाई की सुविधा उपलब्ध होगी। इसके निर्माण से आसपास के क्षेत्र में वनों के पुनरूत्पादन में भी वृद्धि हुई है।