संयुक्तराष्ट्र/नई दिल्ली, 18 मार्च (हि.स.)। दुनिया भर में एस्ट्राजेनेका वैक्सीन के उपयोग व उसके साइड इफेक्ट को लेकर मचे बवाल के बीच विश्व स्वास्थ्य संगठन ने इस वैक्सीन को पूरी तरह से सुरक्षित बताया है। इसके साथ ही डब्ल्यूएचओ ने इस वैक्सीन के उपयोग को जारी रखने को कहा है।
विश्व स्वास्थ्य संगठन के विशेषज्ञों ने बुधवार को देशों से एस्ट्राजेनेका वैक्सीन का उपयोग जारी रखने की बात कही है। हालांकि साथ में ये भी कहा है कि आशंका के चलते कुछ देशों में इसका उपयाेग निलंबित होने के बाद हम इसकी सुरक्षा की जांच कर रहे हैं। संयुक्त राष्ट्र की स्वास्थ्य एजेंसी ने एक बयान में कहा, “डब्ल्यूएचओ ग्लोबल एडवाइजरी कमेटी ऑन वैक्सीन सेफ्टी, नवीनतम उपलब्ध सुरक्षा आंकड़ों का सावधानीपूर्वक आकलन कर रही है।”
कुछ देशों में एस्ट्राजेनेका की कोविड-19 वैक्सीन लगने के बाद खून के थक्के जमने की शिकायतों के बाद जर्मनी, फ्रांस और आयरलैंड ने भी इस टीके पर अस्थायी रूप से रोक लगा दी है। फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों ने कहा कि उनके देश ने एहतियात के तौर पर यह कदम उठाया है। हालांकि, मैक्रों ने यह भी उम्मीद जताई कि इस वैक्सीन का प्रयोग दोबारा शुरू हो जाएगा।
उधर, जर्मनी ने भी सोमवार को कहा कि खून का थक्का जमने की रिपोर्ट्स के बाद एस्ट्राजेनेका की वैक्सीन का इस्तेमाल रोक दिया गया है। नॉर्वे में कोविड-19 रोधी टीका एस्ट्राजेनेका लगने के बाद खून के थक्के जमने के गंभीर मामले सामने आने के बाद आयरलैंड के स्वास्थ्य अधिकारियों ने रविवार को इस टीके पर अस्थायी रोक लगा दी।
ब्रिटिश स्वीडिश दवा कंपनी एस्ट्राजेनेका और ब्रिटेन के दवा नियामक ने कहा है कि कोविड-19 से सुरक्षा के लिए एस्ट्राजेनेका के साथ मिलकर ऑक्सफोर्ड द्वारा विकसित टीके सुरक्षित हैं और इस बात का कोई सबूत नहीं है कि इन टीकों के कारण खून के थक्के जमे हैं, जैसा कुछ यूरोपीय देशों से रिपोर्ट आई है। एस्ट्राजेनेका का सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया के साथ करार है । इससे पहले आयरलैंड, बुल्गारिया, डेनमार्क, नार्वे और आइसलैंड ने एहतियात के तौर पर इस टीके पर रोक लगा दी थी।