कोलकाता, 17 मार्च (हि.स.)। पश्चिम बंगाल के चुनावी समर में आगामी पांच साल तक जनता के लिए किए जाने वाले वादे के रूप में बहुप्रतीक्षित घोषणापत्र का इंतजार आखिरकार खत्म होने जा रहा है। बुधवार को पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी अपनी पार्टी का घोषणापत्र जारी करेंगी।
सूत्रों ने बताया कि तृणमूल कांग्रेस के चुनावी घोषणापत्र में सामाजिक न्याय को विशेष महत्व दिया जा रहा है। तृणमूल कांग्रेस अपने घोषणापत्र में नौ जातियों को ओबीसी के रूप में सूचीबद्ध करने जा रही है। पार्टी सूत्रों ने इसकी जानकारी दी है। मंडल आयोग की ओर से इन नौ जातियों जैसे महिषा, तेली को पिछड़े वर्ग का दर्जा देने की सिफारिश की गई थी। यह कदम उस निर्णय के अनुरूप है।
विधानसभा चुनाव में अनुसूचित जाति एक महत्वपूर्ण वोटबैंक है। उसे ध्यान में रखते हुए मुख्यमंत्री ने हर बैठक में इनके विकास के मुद्दे को तैयार किया है। यहां तक कि मंगलवार को तीन सार्वजनिक सभाओं में तृणमूल सुप्रीमो ने बार-बार इसका उल्लेख किया है।
उल्लेखनीय है कि नंदीग्राम में एक जनसभा के दौरान तृणमूल नेत्री ममता बनर्जी घायल हो गई थीं। अगले दिन कोलकाता लौटकर वे घोषणापत्र को जारी करने वाली थीं। लेकिन पैर में चोट लगने के बाद घोषणापत्र जारी करने का कार्यक्रम टाल दिया गया। पार्टी के अन्य कार्यक्रमों में भी देर हो रही है। पार्टी नेत्री के घायल होने के साथ ही यह सवाल उठने लगा था कि आखिर कब तृणमूल का घोषणापत्र जारी होगा। चर्चा थी कि 14 मार्च को नंदीग्राम दिवस पर तृणमूल कांग्रेस अपना घोषणापत्र जारी करेगी लेकिन उसे भी टाल दिया गया था और आज जारी होना है।
2021-03-17