पटना, 16 मार्च (हि.स.)।बिहार में कोरोना काल में निजी विद्यालयों की मनमानी का मामला आज बिहार विधानसभा में राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के भाई बिरेंद्र ने उठाया।विधानसभा के प्रश्नोत्तर काल में राजद विधायक भाई बिरेंद्र ने इस मामले को उठाते हुए सरकार से जवाब मांगा कि जो निजी स्कूल कोरोना काल के टाइम में भी मनमानी शुल्क अभिभावकों से वसूल रहे हैं और उनका शोषण कर रहे हैं उनके ऊपर क्या कोई कार्रवाई की जाएगी।
राजद विधायक के इस सवाल पर विधानसभा में सरकार की तरफ से शिक्षा मंत्री विजय कुमार चौधरी ने जवाब देते हुए कहा कि यह मामला बेहद गंभीर है,लेकिन यह भी सच्चाई है कि हम निजी विद्यालय द्वारा वसूली गई शुल्क वापस दिलवा पाए इसके लिए कोई कानून सरकार के पास नहीं है।उन्होंने कहा कि सरकारी विद्यालयों में कक्षा एक से आठ तक की शिक्षा मुफ्त है। निजी विद्यालयों की शुल्क पर तो हम अंकुश रखते हैं, लेकिन निजी विद्यालयों द्वारा वसूले गए शुल्क को वापस दिलाने का प्रावधान हमारे पास नहीं है। उनके पास तरह-तरह के तर्क है। उनका कहना है कि वे ऑनलाइन पढ़ा रहे हैं। हम देखेंगे की सरकार की तरफ से क्या किया जाए ।
सरकार के निजी विद्यालयों पर अपना नियंत्रण नहीं होने की बात पर विधानसभा में विपक्ष के विधायकों ने सरकार को घेर लिया।राजद विधायक भाई वीरेंद्र और ललित यादव ने सरकार से कहा कि आखिर वह कौन सी मजबूरी है कि निजी विद्यालयों पर सरकार का नियंत्रण नहीं है। इसके बाद शिक्षा मंत्री विजय चौधरी ने विधानसभा में इस बात का भरोसा दिया कि सरकार इस निजी विद्यालयों पर किस तरह नियंत्रण रख पाए इसके लिए हम आवश्यक कदम उठाएगी।विद्यालयों की मनमानी कैसे रोकी जाए इस पर भी काम किया जाएगा। उन्होंने कहा वर्तमान सरकार ने ही वर्ष-2019 में मनमाने ढ़ंग से शुल्क वसूले जाने को लेकर विनियमन कानून बनाया था।