— सरकार पर आरोप लगा सपाइयों ने जताया आक्रोश, काली पट्टी बांध किया गया प्रदर्शन
कानपुर, 14 मार्च (हि.स.)। पूर्व मुख्यमंत्री व सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव पर दर्ज हुए मुकदमें को लेकर सपा कार्यकर्ताओं में आक्रोश व्याप्त हो गया है। रविवार को शहर में सपा नेताओं ने सरकार के खिलाफ मुंह पर काली पट्टी बांधकर विरोध जताया। इसके साथ ही चेतावनी दी गयी कि अगर सरकार मुकदमें की वापसी नहीं करती तो सभी विधानसभा क्षेत्रों में सड़क पर उतरकर कार्यकर्ता आंदोलन करने को मजबूर हो जाएंगे। यह भी आरोप लगाया गया कि प्रदेश की योगी सरकार के इशारे पर सपा अध्यक्ष के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया है।
गौरतलब है कि पूर्व मुख्यमंत्री व सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव बीते दिनों मुरादाबाद में कार्यकर्ताओं के प्रशिक्षण वर्ग में पहुंचे थे। इस दौरान मीडिया कर्मी सपा अध्यक्ष से कुछ सवाल करना चाहते थे और सपा अध्यक्ष बाइट देने को तैयार नहीं थे। इस पर सुरक्षा में लगे कर्मियों और पार्टी कार्यकर्ताओं ने मीडिया कर्मियों से बदतमीजी कर दी थी। ऐसा पुलिस की ओर से आरोप है। इसके बाद मुरादाबाद के पाकबड़ा थाना में सपा प्रमुख समेत 20 अज्ञात कार्यकर्ताओं के खिलाफ मुकदमा दर्ज हो गया। इसको लेकर पूरे प्रदेश के सपा कार्यकर्ता सरकार के विरोध में आ गये और आरोप लगाया जा रहा है कि योगी सरकार के इशारे पर पुलिस ने सपा अध्यक्ष के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया है। रविवार को महानगर अध्यक्ष डा. इमरान की अगुवाई में सपा कार्यकर्ता सड़क पर उतर आये और गांधी प्रतिमा स्थल फूल बाग में एकत्र हुए। यहां पर सभी सपाइयों ने अपने अपने मुंह पर काली पट्टी बांधकर मौन धरना देकर विरोध दर्ज कराया। नगर अध्यक्ष ने कहा कि समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव पर हमला कराया गया है। इसके बाद सरकार के इशारे पर ही सपा प्रमुख पर मुकदमा दर्ज कराया गया है। उत्तर प्रदेश में खिसकते जनाधार को देखकर भाजपा अब घबराकर समाजवादी पार्टी के नेताओं और कार्यकर्ताओं पर हमला कराकर खीझ मिटा रही है। जनता में जिस कदर योगी सरकार पर नाराजगी है उससे तय है कि आगामी विधानसभा चुनाव में भाजपा का सूपड़ा साफ हो जाएगा। इस दौरान अभिषेक गुप्ता मोनू, सुनील शुक्ला, नरेंद्र सिंह पिंटू ठाकुर, अजय यादव अज्जू, अंबर त्रिवेदी, उदय द्विवेदी, पार्षद अमित मल्होत्रा, जमालुद्दीन जुनैदी, मुनाफ उद्दीन आदि मौजूद रहें।