तिनसुकिया (असम), 14 मार्च (हि.स.)। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने रविवार को कांग्रेस और राहुल गांधी पर जमकर निशाना साधते हुए राज्य की जनता से भाजपा को फिर से असम की सत्ता सौंपने का आह्वान किया।असम विधानसभा चुनाव के पहले चरण में आगामी 27 मार्च को होने वाले मतदान के मद्देनजर केंद्रीय गृह मंत्री शाह आज तिनसुकिया जिला के मार्घेरिटा में एक चुनावी जनसभा को संबोधित कर रहे थे। केंद्रीय गृह मंत्री शाह ने कहा कि पांच वर्ष फिर से भाजपा को दीजिए हम आश्वासन देते हैं कि असम को बाढ़ मुक्त बनाकर दिखाएंगे। इसके लिए सर्वे का काम पूरा करने के साथ ही इसका नक्शा भी बना लिया गया है। उन्होंने बाढ़ मुक्त असम बनाने का वादा किया। कांग्रेस की आलोचना करते हुए उन्होंने कहाकि केरल में मुस्लिम लीग, असम बदरुद्दीन अजमल और पश्चिम बंगाल में फुर्फुरा शरीफ के साथ कांग्रेस ने गठबंधन किया है। इससे यह पता चलता है कि कांग्रेस की मंशा क्या है?
शाह ने भारत माता का जयकारा लगाते हुए कहा कि असम अगले पांच वर्ष किसके हाथ में रहेगा, इसके लिए दो विकल्प हैं। पहला प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व वाला भाजपा-अगप गठबंधन तथा दूसरा राहुल गांधी के नेतृत्व में एआईयूडीएफ वाले गठबंधन हैं। उन्होंने कहा कि युवाओं को यह समझना होगा कि राज्य की बागडोर अगले पांच वर्ष किसके हाथ में रहे।
अमित शाह ने डॉ भूपेन हजारिका को भाजपा सरकार द्वारा भारत रत्न दिये जाने का जिक्र करते हुए पूर्व प्रधानमंत्री डॉ मनमोहन सिंह को लेकर कटाक्ष किया। उन्होंने कहा कि भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष रहते हुए मैंने असम को आश्वासन दिया था कि हमें पूर्ण समर्थन वाली सरकार दें, हम आंदोलन व उग्रवाद को समाप्त कर देंगे। ऐसा करके हमने दिखाया है।
राहुल गांधी का नाम लेते हुए कहा कि कांग्रेस पार्टी लोगों में फूट डालकर शासन करने की पद्धति चलाती है। उन्होंने लोगों से सवाल किया क्या, लोगों को बंदूक और उग्रवाद चाहिए या डॉक्टर, इंजीनियर समेत विकास चाहिए। उन्होंने बदरुद्दीन अजमल पर कटाक्ष करते हुए कहा कि राहुल गांधी इनके साथ मिलकर बांग्लादेशी घुसपैठ को कभी नहीं रोक सकते हैं। उन्होंने फिर से पांच साल का समय मांगते हुए कहाकि हम पूरे राज्य को घुसपैठ से मुक्त बनाकर देंगे।
उन्होंने कहाकि हमारी पांच वर्ष की सरकार ने ऐसा काम किया है कि विपक्ष भी भ्रष्टाचार का आरोप नहीं लगा पा रही है। उन्होंने कहाकि जब चुनाव आता है तो कांग्रेस को चाय बागान याद आता है। 15 वर्षों तक राज्य में सरकार कांग्रेस की रही, लेकिन कभी भी उनके हित के लिए कोई काम नहीं किया जबकि भाजपा सरकार ने अपने कार्यकाल के दौरान चाय बागान के लिए गये कार्यों का सिलसिलेवार तरीके से आंकड़ा प्रस्तुत किया।
उन्होंने कहा कि मोदी सरकार ने चाय बागान क्षेत्र के विकास के लिए स्कूल, पक्के मकान व अस्पताल के लिए तीन हजार करोड़ रुपये की योजना तैयार की है। इसके अलावा चाय बागान पुरस्कार मेला योजना, चाय बागान श्रमिकों के बैंक एकाउंट की बात से लेकर गर्भवती महिलाओं के लिए एकमुश्त धनराशि देने समेत अन्य योजनाओं का जिक्र किया। काजीरंगा राष्ट्रीय उद्यान व सत्रों (मठ) की भूमि को अवैध कब्जे से मुक्त कराया गया है।
आतंकवाद अब भूतकाल बन गया है। असम आंदोलन मुक्त हो गया है। कांग्रेस के शासनकाल में सैकड़ों युवाओं की हत्या की गयी। आज आंदोलन करने वाले उसी कांग्रेस का समर्थन करते हुए भाजपा का वोट काटने का काम कर रहे हैं। राज्य की जनता भली भांति इसको समझ रही है। कोरोनाकाल में असम में सोनोवाल व डॉ विश्वशर्मा के नेतृत्व में देश में सबसे बेहतर काम हुआ है। राज्य में पांच लाख से अधिक लोगों काे कोरोना का टीका लगाया गया है। स्वास्थ्य व कृषि के क्षेत्र में काफी काम हुआ है। शाह मार्घेरिटा के बाद नाजिरा में चुनावी जनसभा को संबोधित करने के लिए रवाना हो गये।
इस मौके पर असम के मुख्यमंत्री सर्वानंद सोनोवाल, नेडा के संयोजक व असम सरकार के मंत्री डॉ हिमंत विश्वशर्मा, केंद्रीय मंत्री व सांसद रामेश्वर तेली, उम्मीदवार भास्कर शर्मा, सुरेन फूकन के साथ ही स्थानीय भाजपा उम्मीदवार व बड़ी संख्या में भाजपा समर्थक व कार्यकर्ता मौजूद थे।