बीजिंग 05 मार्च (हि.स.)। चीन ने अपने रक्षा बजट में भारी बढ़ोतरी की है, जिसे अमेरिका और भारत के तनाव के साथ जोड़ कर देखा जा रहा है। वर्ष 2021 के लिए रक्षा बजट में 6.8 फीसद का इजाफा चीन ने किया है। इसके साथ ही आधिकारिक रक्षा बजट 209 अरब डॉलर का हो गया है।
बजट की बढ़ोतरी की घोषणा चीन के प्रधानमंत्री ली केकियांग ने देश की संसद, नेशनल पीपुल्स कांग्रेस में की। ज्ञातव्य है कि चीन ने यह कदम ऐसे समय में उठाया है, जब पूरी दुनिया कोरोना महामारी से जूझ रही है। फिलहाल, चीन दक्षिण चीन सागर में ताइवान को डराने के साथ अमेरिका को आंखे दिखाने में जुटा हुआ है।
रक्षा बजट में वृद्धि का बचाव करते हुए एनपीसी के प्रवक्ता झांग यसुई ने यहां मीडिया से कहा कि चीन की कोशिश राष्ट्रीय रक्षा को मजबूत करने की है। किसी भी देश को निशाना बनाने या खतरा उत्पन्न करने की नहीं है। कोई देश दूसरों के लिए खतरा बनता है, यह इस बात पर निर्भर करता है कि वह किस प्रकार की रक्षा नीति अपनाता है। उन्होंने कहा कि चीन शांतिपूर्ण विकास के मार्ग के लिए प्रतिबद्ध है और स्वभाव से रक्षात्मक रक्षा नीति का पालन करता है।
ग्लोबल टाइम्स के अनुसार पिछले साल चीन ने 1.268 ट्रिलियन युआन (लगभग 196.44 बिलियन यूएस डॉलर) आवंटित किया था। समाचार एजेंसी सिन्हुआ की रिपोर्ट के मुताबिक चीन के वार्षिक रक्षा बजट में लगातार छठे साल वृद्धि दर्ज की गई। इस साल की योजनाबद्ध रक्षा खर्च लगभग 1.35 ट्रिलियन युआन (लगभग 209 बिलियन यूएस डॉलर) होगा।
दुनिया की दूसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था और सबसे अधिक आबादी वाले देश के रूप में 2021 में चीन का प्रति व्यक्ति रक्षा खर्च 1,000 युआन (154 यूएस डॉलर) से कम होगा। चीन का रक्षा बजट अमेरिका के रक्षा बजट का लगभग एक चौथाई है, जो 2021 के वित्तीय वर्ष के लिए 740.5 बिलियन यूएस डॉलर है।