असम : कांग्रेस, वामपंथ और सांप्रदायिक शक्तियों से एजेपी ने मिलाया हाथ

-इस अशुभ गठबंधन को राज्य की जनता नहीं करेगी स्वीकार : भाजपा

गुवाहाटी, 18 जनवरी (हि.स.)। कांग्रेस, ऑल इंडिया यूनाइटेड डेमोक्रेटिक फ्रंट (एआईयूडीएफ) के अशुभ गठबंधन की वामपंथी पार्टियां भी सहयोगी बन गई हैं। कांग्रेस, कम्युनिस्ट और सांप्रदायिक ये तीनों अशुभ शक्तियों के महागठबंधन को राज्य की जनता निश्चित तौर पर उत्तर देगी। यह बात सोमवार को असम प्रदेश भाजपा के प्रवक्ता सुभाष दत्त ने एक बयान में कही।

प्रवक्ता दत्त  ने कहा कि अखिल गोगोई वामपंथी, लुरिन ज्योति राइटपंथी, मुनीम महंत और देवेंद्र भट्ट वामपंथी, रिपुन बोरा, देवब्रत सैकिया राइट पंथी, रकीबुल हुसैन व बदरुद्दीन अजमल जिन्ना पंथी हैं। वर्तमान में वामपंथी, राइट पंथी और जिन्ना पंथी एकजुट हो गए हैं। ऐसे में यह असम के लिए अशुभ लक्षण है।

उन्होंने कहा है कि कृषक आंदोलन के नाम पर प्रणव बोरो जब अग्निदग्ध होकर मृत्यु को प्राप्त हुए थे तो इस घटना के लिए कृषक मुक्ति संग्राम समिति के सदस्यों ने उन्हें लाल सलाम दिया था। लाल सलाम कम्युनिस्ट देते हैं। कृषक मुक्ति संग्राम समिति माओवादी कम्युनिस्ट है और उसी कृषक मुक्ति संग्राम समिति की कोख से राइजर दल का जन्म हुआ है। ऐसे में राइजर दल शुद्ध रूप से कम्युनिस्ट है। वर्तमान में छद्मवेश धारण कर कम्युनिस्ट ने क्षेत्रीयतावाद का चोला पहन लिया है।

भाजपा प्रवक्ता ने कहा है कि कुछ कम्युनिस्ट बुद्धिजीवी और माओवादी नेताओं के नेतृत्व में राइजर दल के साथ लूरिन ज्योति गोगोई के नेतृत्व में नवगठित असम जातीय परिषद (एजेपी) ने मित्रता किया है। प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष रूप से अब कांग्रेस, एआईयूडीएफ के अशुभ गठजोड़ में वामपंथी पार्टियां भी शामिल हो रही हैं। उन्होंने कहा कि कांग्रेस, कम्युनिस्ट और सांप्रदायिक शक्तियों के साथ असम जातीय परिषद ने अपना हाथ मिला लिया है। उन्होंने कहा कि इन राजनीतिक पार्टियों में परंपरा अनुसार कोई आदर्श मेल नहीं खाता है। बावजूद, केवल सत्ता की लालसा के लिए ये सभी अशुभ शक्तियां एकजुट हुई हैं। सही अर्थों में इन अशुभ शक्तियों से असम का जातीय जीवन बर्बाद हो सकता है।

उन्होंने कहा कि राष्ट्र निर्माण की इस यात्रा में मुख्यमंत्री सर्वानंद सोनोवाल के नेतृत्व में असम की जाति, माटी और अस्तित्व की रक्षा के लिए भाजपा प्रतिबद्ध है। सांप्रदायिक, कम्युनिस्ट और कांग्रेस को रोकने में निश्चित तौर पर हम सफल होंगे। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री सर्वानंद सोनोवाल, नेडा के संयोजक डॉ हिमंत विश्वशर्मा, भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव दिलीप सैकिया, प्रदेश भाजपा अध्यक्ष रंजीत कुमार दास के नेतृत्व में भाजपा 39 सांगठनिक जिला, 399 मंडल, 6870 शक्ति केंद्र, 28000 बूथ व 42 लाख कार्यकर्ताओं के इस बड़े सांगठनिक शक्ति और मित्र दलों के सहयोग से 2021 के विधानसभा चुनाव के लिए हम तैयार हैं। भारतीय जनता पार्टी के मित्र दलों की महाशक्ति के सामने कांग्रेस, वामपंथी, जिन्ना पंथियों का महागठबंधन विधानसभा चुनाव में पूरी तरह से परास्त होगा। राज्य में फिर से भाजपा के नेतृत्व में सरकार का गठन होगा।

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