अगरतला, 21 जनवरी (हि.स.)। त्रिपुरा के श्रीमंतपुर इंटीग्रेटेड चेक पोस्ट (आईसीपी) में प्लांट क्वारेंटाइन शुरू हो गया है। अगर केंद्र सरकार से छूट मिलती है तो एनिमल क्वारेंटाइन भी शुरू किया जा सकता है। अगरतला लैंड पोर्ट के प्रबंधक देबाशीष नंदी ने गुरुवार को ये बातें कही हैं। उनके अनुसार, आयातकों और निर्यातकों की लंबे समय से चली आ रही मांगों को पूरा करना संभव हो गया है। अब आपको विभिन्न कृषि उत्पादों के आयात और निर्यात के क्वारेंटाइन प्रमाण पत्र लेने के लिए अगरतला नहीं आना पड़ेगा।
गुरुवार को उन्होंने कहा, त्रिपुरा में कई कृषि उत्पादों का आयात और निर्यात किया जा रहा है। विभिन्न उत्पाद बांग्लादेश से आ रहे हैं और बहुत सारे उत्पाद त्रिपुरा से बांग्लादेश भेजे जा रहे हैं। ऐसे में जांच करना बहुत महत्वपूर्ण है कि उत्पादों के माध्यम से किसी प्रकार की बीमारी का संक्रमण तो नहीं हो रहा है। इस मामले में, प्लांट क्वारेंटाइन की व्यवस्था होना महत्वपूर्ण है। उन्होंने कहा कि श्रीमंतपुर लैंड कस्टम स्टेशन को एकीकृत चेक पोस्ट में अपग्रेड किया गया है। लैंड पोर्ट ऑफ़ इंडिया अब उस भूमि व बंदरगाह का दायित्व संभाल रहा है। इसलिए, प्लांट क्वारेंटाइन शुरू करने की व्यवस्था की गई है।
उनके अनुसार, एलपीआई ने प्लांट क्वारेंटाइन के लिए बुनियादी ढांचे के निर्माण में मदद की है। नतीजतन, आज से श्रीमंतपुर आईसीपी में प्लांट क्वारेंटाइन सुविधा शुरू की गई है। उन्होंने कहा कि श्रीमंतपुर भूमि बंदरगाह के माध्यम से बेल, इमली, कटहल और अनानास का आयात और निर्यात किया जा रहा है। अब से, प्लांट क्वारेंटाइन के लिए सभी कागजी कार्रवाई वहां की जाएगी। उन्होंने कहा कि सीमा शुल्क विभाग के सहायक आयुक्त सिंधु कुश प्लांट क्वारेंटाइन कार्यालय के उद्घाटन के समय उपस्थित थे।
उन्होंने कहा कि अगरतला इंटीग्रेटेड चेकपोस्ट में एनिमल और प्लांट दोनों क्वारेंटाइन हैं। हालांकि, केंद्र सरकार ने श्रीमंतपुर भूमि बंदरगाह के माध्यम से मछली निर्यात पर रियायत की अनुमति नहीं दी है। छूट मिलने पर श्रीमंतपुर में एनिमल क्वारेंटाइन की सुविधा भी प्रदान की जाएगी।