अगरतला, 15 जनवरी (हि.स.)। आशंका आखिरकार सच साबित हुई। लिटन नाथ का शव उनके अपहरण के 49 दिन बाद बरामद हुआ है। पुलिस ने उत्तरी त्रिपुरा जिला के दमछारा पुलिस स्टेशन के अंतर्गत रानीपारा इलाके से जमीन खोदकर शव बरामद किया है। पुलिस सूत्रों ने शुक्रवार को बताया कि हाल ही में तकरजला क्षेत्र में गिरफ्तार चार उग्रवादियों द्वारा दी गई सूचना के आधार पर लिटन नाथ का शव बरामद किया गया है।
ज्ञात हो कि गत 27 नवम्बर की देर रात को लिटन नाथ को बंदूक की नोंक पर अज्ञात बदमाशों के एक समूह द्वारा अपहरण किया गया था। बदमाशों ने फिरौती के रूप में डेढ़ लाख रुपये की मांग की थी। उत्तरी त्रिपुरा जिला के दमछारा पुलिस थाने के तहत कटुआ पुल के पास जयरामपारा निवासी 35 वर्षीय लिटन नाथ के अपहरण ने लोगों के मन में दहशत पैदा कर दी थी।
लिटन नाथ की पत्नी के अनुसार, घटना वाली रात लगभग 12.30 बजे बदमाशों का एक समूह घर के सामने पहुंचकर शोर मचाने लगे। जैसे ही मैंने दरवाजा खोला, उसने मेरे पति को खींच लिया और उसे पीटना शुरू कर दिया। हमारे बच्चे घर के अंदर सो रहे थे। बदमाशों ने सोने की बालियां और अंगूठियां छीन लीं। आभूषण नहीं देने की सूरत में बदमाशों में मेरे छोटे-छोटे बच्चों को गोली मारने धमकी देने लगे, जिससे हम बेहद डर गए। इसके अलावा नकदी सात सौ रुपये भी लूट लिया। इतना ही नहीं, उन्हों मेरे पति की दुकान के सामान से भरे बैग छीन लिया।
उन्होंने कहा कि अपराधियों की भाषा समझ में नहीं आई। लेकिन, उन्होंने हमसे हिंदी में बात की। बदमाश अपने चेहरे पर मुखौटा और काली टोपी पहने हुए थे। परिणामस्वरूप, उनके चेहरे को रात के अंधेरे में पहचान पाना कठिन था। महिला ने बताया कि बदाश जब वह मेरी पति को ले गए तो उन्हें फिरौती के रूप में डेढ़ लाख रुपये देने की धमकी दी।
उग्रवादी गंगाराम रियांग द्वारा दी गई जानकारी के आधार पर उत्तरी त्रिपुरा पुलिस और सिपाहीजला जिला पुलिस ने एक संयुक्त अभियान चलाया और रानीपारा इलाके में लिटन नाथ का शव बरामद किया। शव को अंत्यपरीक्षण के लिए पानीसागर अनुमंडलीय अस्पताल ले जाया गया है। पुलिस ने कहा कि मृतका की पत्नी ने शव की पहचान कर लिया है। पुलिस असली अपहर्ता व हत्यारों की तलाश कर रही है।