प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में कल हुई सर्वदलीय बैठक में भारत की जी-20 की अध्यक्षता से संबंधित पहलुओं पर विचार किया गया। बैठक में देश भर के प्रमुख राजनेताओं ने भाग लिया। प्रधानमंत्री ने कहा कि भारत की जी-20 समूह की अध्यक्षता का संबंध पूरे देश से है और यह संपूर्ण विश्व में भारत की शक्ति के प्रदर्शन का अनूठा अवसर है। उन्होंने यह भी कहा कि आज भारत के प्रति वैश्विक जिज्ञासा और आकर्षण है जिसके कारण जी-20 की अध्यक्षता से जुड़ी क्षमता में वृद्धि हुई है। उन्होंने मिलजुलकर काम करने के महत्व पर जोर दिया और जी20 के विभिन्न कार्यक्रमों के आयोजन के लिए सभी नेताओं से सहयोग मांगा। उन्होंने कहा कि जी20 समूह की अध्यक्षता परंपरागत बड़े शहरों से अलग हटकर देश के हर भाग की विशिष्टता को प्रदर्शित करने में मददगार होगी।
प्रधानमंत्री ने जी-20 की बैठकों के आयोजन स्थलों के पर्यटन और उनकी स्थानीय अर्थव्यवस्था को मजबूत करने पर भी जोर दिया। इस अवसर पर विभिन्न राजनीतिक दलों के नेताओं ने भारत की जी-20 की अध्यक्षता के संबंध में अपने विचार साझा किए। इनमें पूर्व प्रधानमंत्री एच.डी. देवेगौड़ा, जे.पी.नड्डा, मल्लिकार्जुन खरगे, ममता बनर्जी, नवीन पटनायक, अरविंद केजरीवाल, वाईएस जगन मोहन रेड्डी, सीताराम येचुरी और चंद्रबाबू नायडू शामिल हैं। गृहमंत्री और वित्त मंत्री ने भी इस दौरान संक्षेप में अपनी बात रखी। जी-20 में भारत की प्राथमिकताओं के संबंध में विस्तार से जानकारी भी दी गई।