नई दिल्ली, 24 सितंबर (हि.स.)। केंद्रीय महिला एवं बाल विकास मंत्री स्मृति जुबिन ईरानी ने शनिवार को यहां “एकात्म भारत के प्रणेता डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी” पुस्तक का विमोचन किया। इस पुस्तक के लेखक आचार्य मायाराम पतंग हैं और प्रभात प्रकाशन से प्रकाशित है।
विश्व हिंदू परिषद् के अंतरराष्ट्रीय कार्यकारी अध्यक्ष आलोक कुमार की मौजूदगी में पुस्तक लोकार्पण के दौरान केंद्रीय मंत्री स्मृति जुबिन ईरानी ने डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी की राष्ट्र सेवा और शिक्षा को लेकर उनकी दूरदृष्टि पर चर्चा की।
इस अवसर पर प्रकाशक प्रभात अग्रवाल ने केंद्रीय मंत्री को डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी के अलावा वीर सावरकर व कुछ अन्य पुस्तकें भी भेंट की। महज 33 साल की उम्र में कलकत्ता विश्वविद्यालय के कुलपति बनने के बाद राष्ट्र राजनीति में हिंदुत्व की अगुवाई और शिक्षा उत्थान के लिए राजनीति में आने वाले डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी के बचपन से लेकर उनकी शिक्षा और फिर जनसंघ के अध्यक्ष बनने व राष्ट्रसेवा की पूरी कहानी को इस पुस्तक में शामिल किया गया है।
पुस्तक के लेखक आचार्य मायाराम पतंग राज्य सरकार से पुरस्कृत हिंदी के सेवानिवृत शिक्षक, राष्ट्रवादी साहित्यकार हैं। पुस्तक लेखन के लिए दिल्ली हिंदी अकादमी और प्रौढ़ शिक्षा पर गीत लेखन के लिए भारत सरकार से पुरस्कृत हो चुके हैं।