नई दिल्ली, 01 सितंबर (हि.स.)। स्वदेशी जागरण मंच की अगुवाई में संघ परिवार द्वारा चलाए जा रहे महत्वकांक्षी स्वावलंबी भारत अभियान से अब तक तीन लाख युवाओं को जोड़ा जा चुका है। उन्हें अभियान के तहत स्वरोजगार के लिए प्रशिक्षित किया गया है।
यह जानकारी स्वदेशी जागरण मंच के राष्ट्रीय संगठक सतीश कुमार ने गुरुवार को दी। इस संबंध में आयोजित प्रेस वार्ता में उन्होंने बताया कि यह अभियान इसी वर्ष 12 जनवरी से शुरू हुआ था, इसके तहत अब तक 600 जिलों में दो हजार से अधिक सम्मेलन हो चुके हैं। इसके साथ ही अब तक देश के 55 जिलों में रोजगार सृजन केंद्र भी खोले जा चुके हैं। आगे वर्ष के अंत तक देश के हर जिले में यह केंद्र खोलने की योजना है। इसके बाद इसे विभिन्न शिक्षण संस्थानों में भी ले जाया जाएगा।
उन्होंने बताया कि आजादी के बाद अपनी तरह का यह पहला अभियान है जिसमें सामाजिक, शैक्षणिक व आर्थिक संगठन एक मंच पर आए हैं। इस अभियान का उद्देश्य संपूर्ण भारत को गरीब मुक्त, हर हाथ को काम देना है। उन्होंने कहा कि देश में मौजूदा वक्त में 37 करोड़ युवा हैं। हर माह नौ लाख युवा रोजगार के लिए बाजार में आ रहे हैं। इनके रोजगार की पूर्ति अकेले सरकार नहीं कर सकती है, इसके लिए स्वरोजगार को बढ़ावा दिया जाना चाहिए। इसे ध्यान में रखकर हम आगे बढ़ रहे हैं। इसके लिए उद्यमिता, स्वदेशी व सहकार उपाय सुझाएं हैं। इस पर शोध पत्र भी जारी किया है।
उन्होंने इस दिशा में मोदी सरकार द्वारा उठाए जा रहे कदमों को सराहते हुए कहा कि ईंज आफ डूईंग बिजनेस की रैंकिंग में भारत ने प्रभावी बढ़त बनाई है। हालांकि, इस दिशा में अभी और काफी सुधार की आवश्यकता है, जिससे युवाओं को खुद का रोजगार शुरू करने में प्रशासनिक परेशानियों का सामना नहीं करना पड़े। अभियान के माध्यम से युवाओं को स्वरोजगार को प्रेरित करने के लिए सरकार द्वारा चलाए जा रहे विभिन्न योजनाओं की जानकारी दी जाती है तथा उसका लाभ उठाने को लेकर प्रेरित किया जाता है।