पुणे, 06 मार्च (हि.स.)। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने किसी भी देश में बुनियादी ढांचे के विकास के लिए गति और पैमाना को सबसे महत्वपूर्ण बताते हुये केंद्र की पूर्ववर्ती कांग्रेस सरकार पर परोक्ष रूप से निशाना साधा। पुणे मेट्रो के शिलान्यास और तय समय पर उद्घाटन को अपनी सरकार की बड़ी उपलब्धि बताते हुये प्रधानमंत्री ने रविवार को कहा कि पहले शिलान्यास होते थे तो पता ही नहीं चलता था कि उद्घाटन कब होगा।
प्रधानमंत्री मोदी पुणे को मेट्रो और नदी सुधार प्रकल्प सहित विभिन्न परियोजनाओं की सौगात देने के बाद एमआईटी कॉलेज मैदान में पुणे महानगर पालिका की ओर से आयोजित कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे।
इस दौरान उन्होंने कहा, “पुणे के विकास से जुड़े कई कार्यक्रमों का उद्घाटन और शिलान्यास हुआ है। यह मेरा सौभाग्य है कि पुणे मेट्रो के शिलान्यास के लिए आपने मुझे बुलाया था और अब लोकार्पण का भी आपने मुझे अवसर दिया है। पहले शिलान्यास होते थे तो पता ही नहीं चलता था कि उद्घाटन कब होगा।” उन्होंने आज के उद्घाटन को महत्वपूर्ण बताते हुये कहा कि “इसमें यह संदेश भी है कि समय पर योजनाओं को पूरा किया जा सकता है।”
पुणे नगर निगम परिसर में छत्रपति शिवाजी महाराज की 9.5 फुट की भव्य प्रतिमा के अनावरण को अपना सौभाग्य बताते हुये कहा कि शिवाजी महाराज की यह प्रतिमा युवा पीढ़ी में राष्ट्रभक्ति की प्रेरणा जगाएगी। यह मूर्ति 1,850 किलोग्राम गन मेटल से बनी है।
प्रधानमंत्री ने 11,400 करोड़ रुपये से तैयार पुणे मेट्रो रेल परियोजना को समय पर पूरा करने को बड़ी उपलब्धि बताते हुये कहा कि 24 दिसंबर, 2016 को उन्होंने इस परियोजना की आधारशिला रखी थी। इसमें यह संदेश भी है कि समय पर योजनाओं को पूरा किया जा सकता है। उन्होंने कहा कि पुणे ने एजुकेशन, रिसर्च एंड डेवलपमेंट, आईटी और ऑटोमोबिल के क्षेत्र में भी अपनी पहचान निरंतर मजबूत की है। ऐसे में आधुनिक सुविधाएं, पुणे के लोगों की जरूरत हैं और हमारी सरकार पुणे के वासियों की इसी आवश्यकता को ध्यान में रखते हुए काम कर रही है।
प्रधानमंत्री ने केंद्र की पूर्ववर्ती कांग्रेस सरकार के मुकाबले मेट्रो कार्य में आई तेजी का जिक्र करते हुये कहा कि 2014 तक देश के सिर्फ दिल्ली-एनसीआर में ही मेट्रो का एक व्यापक विस्तार हुआ था। बाकी इक्का-दुक्का शहरों में मेट्रो पहुंचनी शुरू हुई थी। आज देश के दो दर्जन से अधिक शहरों में मेट्रो या तो ऑपरेशनल हो चुकी है या फिर जल्द चालू होने वाली है।
उन्होंने कहा कि हमारी सरकार का प्रयास है कि हर शहर में ज्यादा से ज्यादा ग्रीन ट्रांसपोर्ट हो, इलेक्ट्रिक बसें हों, इलेक्ट्रिक कारें हों, इलेक्ट्रिक दोपहिया वाहन हों। हर शहर में स्मार्ट मोबिलिटी हो, लोग ट्रांसपोर्ट सुविधाओं के लिए एक ही कार्ड का इस्तेमाल करें। हर शहर में सुविधा को स्मार्ट बनाने वाले एकीकृत कमान और नियंत्रण केंद्र हो। हर शहर में सर्कुलर इकॉनमी को मजबूत बनाने वाला आधुनिक वेस्ट मैनेजमेंट सिस्टम हो। हर शहर को वॉटर प्लस बनाने वाले पर्याप्त आधुनिक सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट हों, जल स्रोतों के संरक्षण का बेहतर इंतजाम हो।
प्रधानमंत्री ने कहा कि किसी भी देश में आधुनिक इंफ्रास्ट्रक्चर के विकास के लिए जो चीज सबसे जरूरी है, वो है- स्पीड और स्केल। लेकिन दशकों तक हमारे यहां ऐसी व्यवस्थाएं रहीं कि अहम परियोजनाओं को पूरा होने में काफी देर हो जाती थी। यह सुस्त रवैया देश के विकास को भी प्रभावित करता रहा है। आज तेजी से बढ़ते हुए भारत में हमें स्पीड पर भी ध्यान देना होगा और स्केल पर भी। इसलिए हमारी सरकार ने पीएम-गतिशक्ति नेशनल मास्टर प्लान बनाया है।