मुंबई, 28 फरवरी (हि.स.)। मनी लॉड्रिंग मामले में गिरफ्तार मंत्री नवाब मलिक के जेजे अस्पताल से डिस्चार्ज होने के बाद फिर प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) के लॉकअप में पहुंचा दिया गया है। ईडी ने कुख्यात बदमाश दाऊद इब्राहिम के साथी से जमीन खरीदने के मामले में नवाब मलिक के बेटे फराज मलिक को भी समन जारी किया है। लेकिन खबर लिखे जाने तक फराज ईडी दफ्तर में उपस्थित नहीं हुए थे।
दरअसल, ईडी ने दाऊद इब्राहिम के साथी से जमीन खरीदने के मामले में महाराष्ट्र सरकार के मंत्री नवाब मलिक को 23 फरवरी को गिरफ्तार किया था। मुंबई की विशेष कोर्ट ने नवाब मलिक को 3 मार्च तक ईडी की कस्टडी में भेज दिया था। 25 फरवरी को नवाब मलिक की तबीयत खराब होने पर उन्हें जेजे अस्पताल में भर्ती करवाया गया था। अस्पताल ने सोमवार सुबह 10 बजे नवाब मलिक को डिस्चार्ज कर दिया। इसके बाद नबाव मलिक का ईडी के लॉकअप में लाया गया। यहां नवाब मलिक से फिर से पूछताछ की जा रही है। इसी बीच ईडी ने इसी मामले में नवाब मलिक के बेटे फराज खान को भी पूछताछ के लिए बुलाया है। ईडी ने उन्हें समन जारी किया गया है।
उल्लेखनीय है कि नेशनल इंवेस्टिगेशन एजेंसी (एनआईए) ने कुख्यात बदमाश दाऊद इब्राहिम के विरुद्ध मामला दर्ज किया है और मामले की जांच मनी लॉड्रिंग एंगल से करने के लिए निर्देश दिया है। इसी वजह से ईडी ने मुंबई में दाऊद इब्राहिम की बहन हसीना पारकर, भाई इकबाल कासकर, साथी इकबाल मिर्ची, छोटा शकील, सलीम कुरैशी के आवास सहित 10 जगह छापा मारा था। इस मामले में ईडी ने छोटा शकील, सलीम कुरेशी उर्फ फ्रूट, इकबाल कासकर से पूछताछ की थी। इसके बाद इकबाल कासकर की निशानदेही पर मंत्री नवाब मलिक के घर पर 23 फरवरी को तड़के साढ़े 4 बजे छापा मारा था और मलिक को दक्षिण मुंबई स्थित बेलार्ड पीयर दफ्तर ले लाई थी। इस मामले में 8 घंटे तक लंबी पूछताछ के बाद नवाब मलिक को ईडी ने गिरफ्तार किया था। नवाब मलिक पर हसीना पारकर के सहयोगी व बम धमाके के आरोपित सलीम पटेल से कुर्ला इलाके में 3 एकड़ जमीन खरीदने का आरोप लगाया गया है।