धर्मशाला, 27 फरवरी (हि.स.) । तिब्बती धर्मगुरु और नोबेल शांति पुरस्कार विजेता दलाई लामा ने यूक्रेन में शांति बहाल करने के लिए वार्ता की उम्मीद की है। दलाई लामा ने धर्मशाला में अपने आवास से सोमवार सुबह जारी अपने बयान में कहा कि “मुझे यूक्रेन में चल रहे संघर्ष से गहरा दुख हुआ है। हमारी दुनिया इतनी अन्योन्याश्रित हो गई है कि दो देशों के बीच हिंसक संघर्ष अनिवार्य रूप से बाकी शब्दों को प्रभावित करता है। युद्ध पुराना हो चुका है। अहिंसा ही एकमात्र रास्ता है। हमें अन्य मनुष्यों को भाई-बहन मानकर मानवता की एकता की भावना विकसित करने की आवश्यकता है। इस तरह हम एक अधिक शांतिपूर्ण विश्व का निर्माण करेंगे।”
उन्होंने कहा कि “समस्याओं और असहमति को बातचीत के माध्यम से सबसे अच्छा हल किया जाता है। सच्ची शांति आपसी समझ और एक-दूसरे की भलाई के लिए सम्मान से आती है।” “हमें उम्मीद नहीं खोनी चाहिए। 20वीं सदी युद्ध और रक्तपात की सदी थी। 21वीं सदी संवाद की सदी होनी चाहिए।” “मैं प्रार्थना करता हूं कि यूक्रेन में शांति तेजी से बहाल हो।”