नई दिल्ली, 28 फरवरी (हि.स.)। मौजूदा वित्त वर्ष 2021-22 का आखिरी सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड (एसजीबी) एक बार फिर सब्सक्रिप्शन के लिए खुल गया है। इस बॉन्ड में आगामी 4 मार्च यानी शुक्रवार तक निवेश किया जा सकेगा। अंतरराष्ट्रीय बाजार के साथ ही घरेलू सर्राफा बाजार में भी सोने की कीमत में आई तेजी की वजह से इस बार सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड पहले की तुलना में 323 रुपये महंगा हो गया है।
भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) ने गोल्ड बॉन्ड के इस इश्यू के लिए 5,109 रुपये प्रति ग्राम का भाव तय किया है। इस बॉन्ड में निवेश करने वाले निवेशकों को ऑनलाइन अप्लाई करने तथा डिजिटल पेमेंट करने पर प्रति ग्राम 50 रुपये की छूट दी जाएगी। इस तरह ऑनलाइन अप्लाई करके डिजिटल पेमेंट करने वाले निवेशकों को प्रति ग्राम 5,059 रुपये का ही भुगतान करना होगा। इससे पहले जनवरी के महीने में आए सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड के लिए भारतीय रिजर्व बैंक में उस समय की बाजार परिस्थितियों के मुताबिक बॉन्ड की कीमत प्रति ग्राम 4,786 रुपये तय की थी। अंतरराष्ट्रीय बाजार में सोने की कीमत में आई तेजी के कारण इस बार के बॉन्ड की कीमत में प्रति ग्राम 323 रुपये की तेजी आ गई है।
इस सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड को बैंकों के अलावा स्टॉक होल्डिंग कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया लिमिटेड (एसएचसीआईएल), क्लीयरिंग कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया लिमिटेड (सीसीआईएल), डाकघरों और बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज एवं नेशनल स्टॉक एक्सचेंज जैसे मान्यता प्राप्त स्टॉक एक्सचेंज से लिया जा सकता है। हालांकि वित्त मंत्रालय की ओर से ये भी स्पष्ट किया गया है कि ये गोल्ड बॉन्ड स्मॉल फाइनेंस बैंक और पेमेंट बैंक से सब्सक्राइब नहीं किए जा सकेंगे।
सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड निवेशकों को सोना खरीदे बिना ही सोना में निवेश करने का मौका देता है। इसमें निवेश करने पर सोने को फिजिकल फॉर्म में रखने की जरूरत नहीं होती है, बल्कि ये डिजिटल फॉर्म में होता है। इसलिए इसके चोरी होने या गुम होने का भी कोई खतरा नहीं होता। इसके साथ ही सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड सरकारी प्रतिभूति के रूप में ब्याज का लाभ भी देता है। इसके अलावा परिपक्वता की अवधि पूरी होने पर उस समय के बाजार मूल्य के हिसाब से निवेशकों को उनके निवेश के एवज में राशि का भुगतान किया जाता है। इस बॉन्ड की परिपक्वता अवधि 8 वर्ष है। हालांकि 5 वर्ष पूरा होने के बाद भी निवेशक अपना पैसे निकाल सकता है। निवेश की गई अवधि के दौरान निवेशक को उसके निवेश की गई राशि पर 2.5 प्रतिशत की दर से भुगतान ब्याज का भुगतान किया जाता है।
सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड के लिए आम निवेशक कम से कम 1 ग्राम और अधिक से अधिक 4 किलो तक के लिए आवेदन कर सकता है। ट्रस्ट और संस्थागत निवेशक 20 किलोग्राम तक निवेश के लिए आवेदन कर सकते हैं। इस गोल्ड बॉन्ड का इश्यू प्राइस तय करने के लिए सब्सक्रिप्शन शुरू होने के पहले सप्ताह के अंतिम तीन कारोबारी दिनों के दौरान 999 शुद्धता वाले यानी 24 कैरेट सोने के बंद भाव की गणना की जाती है। इन तीन दिनों के बंद भाव के औसत के आधार पर गोल्ड बॉन्ड का इश्यू प्राइस तय किया जाता है। इसी तरह सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड की मैच्योरिटी पर भी निवेशकों को भुगतान करने के लिए इसी पद्धति का इस्तेमाल करके सोने का मूल्य तय किया जाता है।